गांधीनगर। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गिफ्ट सिटी के वित्तीय परिदृश्य का आज अनावरण करते हुये कहा कि आईएफएससी में अब तीन एक्सचेंज, 26 बैंक और 26 विमान पट्टेदार हैं। गिफ्ट सिटी को विमान कंपनियों के कार्यालयों की मेजबानी की आवश्यकता है। गिफ्ट सिटी में 86 फंड मैनेजर और 8 जहाज पट्टेदार कंपनियां भी है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के दूसरे दिन श्रीमती सीतारमण ने गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) के भीतर वर्तमान वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र का अवलोकन किया। गिफ्टसिटी के रणनीतिक महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने विभिन्न वित्तीय संस्थाओं और डेरिवेटिव बाजार की उपस्थिति के बारे में भी बताया। वित्त मंत्री ने कहा कि गिफ्ट सिटी में 50 पेशेवर फर्मों के सलाहकार हैं। इसमें 580 इकाइयाँ हैं। अक्टूबर तक इसका डेरिवेटिव अनुबंध 2.02 अरब डाॅलर का था।
श्रीमती सीतारमण ने गिफ्ट सिटी में अपने कार्यालय स्थापित करने वाली विमान कंपनियों के महत्व का उल्लेख करते कहा कि 86 फंड मैनेजर और आठ जहाज पट्टे वाली कंपनियां पहले से ही वित्तीय केंद्र में परिचालन कर रही है। उन्होंने कहा कि “ वैश्विक स्तर पर फिनटेक को अपनाने की सबसे अच्छी दर 80 प्रतिशत है। भारत में स्थित एक विश्वव्यापी फिनटेक कंपनी की गिफ्ट सिटी में उपस्थिति होनी चाहिए। भारत में कारोबार करने की इच्छुक किसी भी अंतरराष्ट्रीय फिनटेक कंपनी को गिफ्ट सिटी में कार्यालय खोलने की आवश्यकता है।
श्रीमती सीतारमण ने कहा कि गिफ्ट सिटी की सफलता प्रौद्योगिकी-संचालित वित्तीय सेवाओं में निहित है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी को अपनाए बिना वित्तीय केंद्र विकास की तेज गति हासिल नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी का उपयोग किए बिना वित्तीय केंद्रों का इतनी तेजी से विस्तार नहीं होगा। भारत में खुदरा निवेशक हमारे शेयर बाजार के विकास में योगदान दे रहे हैं। स्थिर नीतियों और नियमित निवेशकों की भागीदारी के कारण, हमारा शेयर बाजार फल-फूल रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत वैश्विक दक्षिण और विकसित दुनिया के बीच एक कड़ी के रूप में काम कर सकता है। भारत अधिक शक्तिशाली हो रहा है। हमें अपने नेतृत्व के साथ आक्रामक और दूरदर्शी नेतृत्व करना चाहिए। हमारे पास एक साहसी नेतृत्व वाला नेता है जो हमारा नेतृत्व कर रहा है।