0 स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
0 आदिशक्ति बूढ़ादेव मंदिर में की पूजा-अर्चना
0 प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के हितग्राहियों को ऋण राशि का चेक किया गया वितरित
0 20 युवाओं को ’टेक्नोटॉस्क’ बीपीओ में प्रदान किया गया नियुक्ति पत्र
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शुक्रवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद सरोवर उद्यान में आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने यहां स्थित आदिवासियों के आराध्य आदिशक्ति बूढ़ादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने इस उद्यान में स्थापित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर रायपुर सांसद सुनील सोनी, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक मोतीलाल साहू और रामकृष्ण मिशन स्वामी विवेकानंद आश्रम रायपुर के स्वामी अव्ययात्मानन्द, स्वामी प्रपत्यानन्द, स्वामी देवभावानन्द भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर 20 युवाओं को कलेक्टोरेट मल्टीलेवल पार्किंग स्थित बीपीओ सेंटर से संबद्ध निजी कंपनी टेक्नोटॉस्क के जॉब ऑफर लेटर (नियुक्ति पत्र) और प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के पांच हितग्राहियों को व्यवसाय के लिए 10-10 हजार रूपए ऋण राशि के चेक वितरित किए और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस अवसर पर स्टार्टअप कंपनी ’सोशियो सेलर’ प्रारंभ करने वाले युवा ललित को सम्मानित किया। युवा महोत्सव के अवसर पर जिला प्रशासन रायपुर द्वारा एमपी पॉली प्रिंट एंड पैक संस्थान में 30 युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया। ये युवा संस्थान में सुपरवाइजर तथा अन्य स्टॉफ के रूप में कार्य करेंगे।
युवा महोत्सव में काफी संख्या में युवा उपस्थित थे। युवाओं को देखकर मुख्यमंत्री श्री साय सीधे उनके बीच पहुंचे। मुख्यमंत्री ने युवाओं के साथ बड़ी ही आत्मीयता के साथ चर्चा की और उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर युवा काफी उत्साहित हुए।
मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, कमिश्नर रायपुर संजय अलंग, जनसंपर्क विभाग के आयुक्त मयंक श्रीवास्तव, कलेक्टर रायपुर गौरव कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में युवा और प्रबुद्ध नागरिक भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने अतिथियों को विवेकानंद साहित्य की पुस्तकें भेंट की।