0 आईबी की रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा बढ़ाई
0 22 सुरक्षाकर्मियों के घेरे में रहेंगे सीईसी
नई दिल्ली। देश के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार को केंद्र सरकार ने जेड सिक्योरिटी दी है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की खुफिया रिपोर्ट के बाद गृह मंत्रालय ने मंगलवार को उनकी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए। मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) को 40-45 कर्मियों की टुकड़ी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
लोकसभा चुनाव के चलते संभावित खतरों को देखते हुए केंद्र सरकार ने राजीव कुमार की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। सीआरपीएफ के कमांडो हर वक्त राजीव की सुरक्षा में रहेंगे। राजीव कुमार ने 12 मई 2022 को भारत के 25वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त का पद संभाला था। सितंबर 2020 में उन्हें पोल बॉडी का इलेक्शन कमीशनर बनाया गया था। किसी सीईसी को केंद्रीय सुरक्षा कवर दिए जाने का यह पहला मामला है। पूर्व सीईसी दिवंगत टीएन शेषन को एक समय केंद्रीय सुरक्षा कवर प्राप्त था।
इस तरह दी जाएगी राजीव कुमार को सिक्योरिटी
सीईसी राजीव कुमार की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। इसमें एनएसजी कमांडो और पुलिसकर्मी शामिल होंगे। राजीव कुमार के आवास पर आर्म्ड स्टैटिक गार्ड, चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करने वाले निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) और तीन शिफ्टों में काम करने वाले सशस्त्र एस्कॉर्ट कमांडो शामिल रहेंगे। इसके अलावा हर वक्त राजीव कुमार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रति शिफ्ट में वॉचर और ट्रेंड ड्राइवर स्टैंडबाय पर रहेंगे।
1984 बैच के आईएएस हैं राजीव कुमार
1984 बैच के आईएएस अधिकारी रहे राजीव कुमार ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा की जगह ली थी। वे भारत सरकार में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। बिहार और झारखंड कैडर के आईएएस रहे राजीव कुमार साल 2020 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे।
भारत की तीसरी सबसे उच्च सुरक्षा श्रेणी है जेड सिक्योरिटी
देश में मिलने वाली 6 सुरक्षा श्रेणियों में एसपीजी सर्वोच्च सुरक्षा श्रेणी है। यह सुरक्षा सिर्फ देश के प्रधानमंत्री को दी जाती है। इसके बाद जेड प्लस सुरक्षा और जेड सुरक्षा आती है। जेड सुरक्षा भारत की तीसरी सबसे उच्च सुरक्षा श्रेणी है।
एक्स सिक्योरिटी: इस श्रेणी में 2 सुरक्षा गार्ड तैनात होते हैं। जिसमें एक पीएसओ (व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी) होता है।
वाय सिक्योरिटी: इसमें कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। जिसमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षागार्ड) भी होते हैं। इस श्रेणी में कोई कमांडो नहीं तैनात होता है।
वाय प्लस सिक्योरिटी: इसमें 11 सुरक्षाकर्मी मिले होते हैं। इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते है। इस सुरक्षा के तहत कपिल मिश्रा को 24 घंटे दिल्ली पुलिस का एक सिपाही बतौर निजी सुरक्षा अधिकारी के तौर पर मिला है।
जेड सिक्योरिटी: जेड श्रेणी की सुरक्षा में चार से पांच एनएसजी कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं। इसमें दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के कमांडो व स्थानीय पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं।
जेड प्लस सिक्योरिटी: स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप की सुरक्षा के बाद जेड प्लस भारत की सर्वोच्च सुरक्षा श्रेणी है। इस श्रेणी में संबंधित विशिष्ट व्यक्ति की सुरक्षा में 36 जवान लगे होते हैं। इसमें 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो के साथ दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के कमांडो और राज्य के पुलिसकर्मी शामिल होते हैं।
एसपीजी सिक्योरिटी: स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) सुरक्षा का सबसे ऊंचा स्तर है। ये देश की सबसे पेशेवर एवं आधुनिकतम सुरक्षा बलों में से एक है। इसकी शुरुआत इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1985 में की गई थी। यह सुरक्षा प्रधानमंत्री या पूर्व प्रधानमंत्री को दी जाती है।