0 ज्यादा बच्चों वाला कहने का मतलब मुस्लिमों से नहीं
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि मेरी परवरिश मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच हुई है। हमारे पड़ोस में मुस्लिम परिवार रहते थे। मैं बचपन में अपने पड़ोसियों के साथ ईद मनाता था। ईद पर हमारे घर में खाना नहीं बनता था, क्योंकि खाना पड़ोसी मुस्लिम घरों से आता था। मेरे कई मुस्लिम भी दोस्त हैं।
पीएम मोदी ने वाराणसी में एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि हमारी सरकार धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करती है। 2002 के बाद मेरी छवि खराब हुई। लोगों ने मेरी छवि खराब करने की कोशिश की। मैं वोट बैंक के लिए काम नहीं करता। अगर कुछ गलत है तो मैं उसे गलत कहूंगा।
ज्यादा बच्चे पैदा करने वाला कहने का मतलब मुस्लिमों से नहीं
प्रधानमंत्री ने मुस्लिमों को घुसपैठिया और ज्यादा बच्चे पैदा करने वाला कहने के सवाल का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जब मैं ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले लोगों के बारे में बात करता हूं तो लोग यह क्यों मान लेते हैं कि मैं मुसलमानों के बारे में बात कर रहा हूं। कई गरीब हिंदू परिवारों में भी यह समस्या है। ज्यादा बच्चे होने के कारण वे उन्हें ठीक से शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं। मैंने न तो हिंदुओं का नाम लिया है और न ही मुसलमानों का। मैंने बस एक अपील की है कि उतने ही बच्चे पैदा करें जिनकी आप देखभाल कर सकें।
हिंदू-मुस्लिम नहीं करूंगा, ये मेरा वादा
पीएम मोदी से जब ये पूछा गया कि क्या मुस्लिम आपको वोट करेंगे। इस पर मोदी ने कहा कि मुझे भरोसा है कि देश की जनता मुझे वोट देगी। जिस दिन मैं हिंदू-मुस्लिम करने लगूंगा, सार्वजनिक जीवन में रहने लायक नहीं रहूंगा। मैं हिंदू-मुस्लिम नहीं करूंगा, यह मेरा वादा है।
विरोधियों की गालियों से मुझे शोहरत मिली
प्रधानमंत्री ने अपने आलोचकों को लेकर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि धर्मग्रंथ कहते हैं 'निंदक नियरे राखिए' (अपने आलोचकों को करीब रखें)। मेरे विरोधियों ने सोचा कि वे अपनी गालियों से मुझे और मेरी विचारधारा को मिटा सकते हैं, लेकिन इसके बजाय उन्होंने मुझे और फेमस कर दिया। मोदी ने कहा कि आज मैं जो बन सका हूं, यह उन लोगों की वजह से है, जिन्होंने सालों तक मेरे साथ दुर्व्यवहार किया। मुझे कोई नहीं जानता था।