0 कहा- पोस्टल बैलट का रिजल्ट ईवीएम से पहले जारी हो
नई दिल्ली। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'हम गठबंधन के नेता तीसरी बार एक साथ चुनाव आयोग आए हैं। हमने हमारी चिंताओं को चुनाव आयोग को बताया और चर्चा की।
इंडिया गठबंधन प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक मनु सिंघवी , डी राजा, राम गोपाल यादव, संजय यादव, नासिर हुसैन, सलमान खुर्शीद और सीताराम येचुरी शामिल थे। इसके बाद एनडीए गठबंधन के नेता भी चुनाव आयोग से मिलने पहुंचे।
शनिवार को इंडिया गुट के नेताओं ने बैठक कर 4 जून के लिए रणनीति बनाई थी। बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि वे रविवार को चुनाव आयोग से मिलकर कुछ मुद्दों पर बात करेंगे। विपक्षी दलों ने अपने एजेंट्स को निर्देश दिया है कि वे वोटों की गिनती की प्रक्रिया पर करीब से नजर रखेंगे। साथ ही यह सुनिश्चित करेंगे कि हर पोलिंग स्टेशन में रिकॉर्ड किए गए वोटों के आंकड़े वाला फॉर्म 17सी उनके साथ शेयर किया जाएगा।
पोस्टल बैलट चुनाव के नतीजों में फेरबदल कर सकतेः सिंघवी
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कई बार ऐसा हुआ है कि सभी पार्टियों के बीच वोट्स का जो फर्क है, पोस्टल बैलट्स में वह फर्क दो या तीन गुना होता है। परिणाम के मामले में पोस्टल बैलट्स निर्णायक सिद्ध होते हैं। चुनाव आयोग का एक नियम है जो कहता है कि पोस्टल बैलट्स की गिनती पहले की जाएगी। यानी ईवीएम की गिनती के पहले बैलट्स की गिनती की जाएगी। सिंघवी के मुताबिक, इस नियम को कई बार चिटि्ठयों के जरिए चुनाव आयोग ने दोहराया है कि ईवीएम की गिनती से पहले पोस्टल बैलट्स की गिनती शुरू की जाएगी। सबसे जरूरी बात यह है कि आप ईवीएम की गिनती तब तक बंद नहीं कर सकते या ईवीएम के नतीजे नहीं बता सकते, जब तक बैलट्स का रिजल्ट घोषित न हो जाएं। सिंघवी ने कहा कि हमारी चुनाव आयोग से यही शिकायत थी कि आयोग ने एक गाइडलाइन लाकर इस नियम को बदला है, जो कानून के मुताबिक किया ही नहीं जा सकता। कोई गाइडलाइन लाकर नियम को नहीं बदला जा सकता। नई गाइडलाइन के मुताबिक, अब बैलट्स की गणना पूरी होने के पहले EVM के नतीजे दिए जा सकते है। हमारी चुनाव आयोग से यही मांग थी कि जो पोस्टल बैलट चुनाव के नतीजों में फेरबदल कर सकते हैं, उनकी गिनती ईवीएम से पहले पूरी की जाए। साथ ही एक लेवल प्लेइंग फील्ड के लिए, लोकतंत्र के लिए, स्वतंत्र चुनाव के लिए, यह जरूरी है कि जो पुराना नियम था, उसी का पालन किया जाए। चुनाव आयोग से मुलाकात को लेकर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद बोले- हमने काउंटिंग प्रक्रिया के दौरान कड़ी निगरानी की मांग की है और चुनाव आयोग ने हमें संतोषजनक जवाब दिया है। हमने किसी नियम पर सवाल नहीं उठाया, बल्कि यह सुनिश्चित किया कि इन नियमों का कड़ाई से पालन हो।
विपक्ष की पांच मांगे
0 पोस्टल बैलट के रिजल्ट ईवीएम के रिजल्ट से पहले जारी किए जाएं।
0 नियमों के तहत काउंटिंग हो, पर्यवेक्षक इन नियमों को लागू कराएं।
0 मतगणना की सीसीटीवी से मॉनिटरिंग हो और कंट्रोल यूनिट का वेरिफिकेशन हो।
0 मशीन से जो डेटा आए उसे कन्फर्म किया जाए।
0 ईवीएम को जब सील किया जाता है, तो उसे वेरिफाई करने के लिए काउंटिंग एजेंट होते हैं। काउंटिंग के दौरान उसे रीकन्फर्म किया जाए।
भाजपा नेताओं ने भी ईसी से मुलाकात की
इंडिया ब्लॉक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल समेत कई भाजपा नेताओं ने भी इलेक्शन कमीशन से मुलाकात की। पीयूष गोयल ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी इंडिया गठबंधन की पार्टियों ने लगातार भारतीय चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। इस ठोस चुनावी प्रक्रिया पर इन पार्टियों ने मिलकर आरोप लगाए हैं, वे इस लोकतांत्रिक संस्था पर हमला है। इसे देखते हुए हमने चुनाव आयोग के सामने मांगें रखी हैं। हमारी पहली मांग है कि वोट काउंटिंग में लगा चुनाव आयोग का हर अधिकारी इसकी प्रक्रिया को अच्छी तरह से जानता हो और चुनाव आयोग के सभी प्रोटोकॉल्स का पालन करे। दूसरा, काउंटिंग और नतीजों के ऐलान के समय प्रक्रिया की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। तीसरा, चुनावी प्रक्रिया को कमजोर करने की लगातार कोशिशों का संज्ञान लें और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एक्शन लें।