0 हिंसा में कलेक्टर-एसपी दफ्तर समेत 77 वाहन फूंके गए
0 सीएम साय ने अफसरों की ली उच्च स्तरीय बैठक, जताई नाराजगी
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में पुलिस ने मंगलवार को 7 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 200 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। घटना के दौरान 25 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उपद्रवियों की तलाश के लिए पुलिस की 12 टीमें बनाई गई हैं। सीसीटीवी फुटेज के जरिए टीमें अलग-अलग जिलों में भेजी गई हैं। वहीं हिंसा के बाद इलाके में स्थिति पर काबू पा लिया गया है। पर इलाके में धारा 144 लागू किया गया है।
घटना के बाद प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई तोड़फोड़ व आगजनी का आंकलन किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने हिंसात्मक प्रदर्शन से पहले कई सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए थे।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पूरी घटना को लेकर काफी नाराज हैं। मंगलवार को उच्च स्तरीय मीटिंग में सीएम साय ने अधिकारियों से कहा कि इतनी बड़ी घटना हो गई आप लोगों तक जानकारी कैसे नहीं पहुंची? क्यों बैकअप नहीं रखा गया? बैठक में गृह मंत्री विजय शर्मा भी मौजूद थे। जिला कलेक्टर एकएल चौहान, एसपी सदानंद को सीएम हाउस तलब किया। बैठक में सीएम ने घटना के लिए काफी नाराजगी जताई। बताया जा रहा है कि अफसरों पर कार्रवाई हो सकती है। वहीं कांग्रेस ने भी जांच के लिए 7 सदस्यीय समिति का गठन किया है।
कलेक्ट्रेट बिल्डिंग की रेस्टोरेशन और कार्यालयीन कार्य का सुचारु संचालन के लिए 24 घंटे काम जारी रखने के निर्देश हैं। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
उपद्रवियों ने 2 दमकलों सहित 77 वाहन फूंके
उपद्रवियों ने 75 बाइक, 20 कार और 2 दमकल वाहन को आग के हवाले कर दिया गया। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए। कलेक्टर कार्यालय के सामने स्थित ध्वजारोहण के पोल पर सफेद रंग का ध्वज लगा दिया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं।
देर रात आगजनी की घटना का जायजा लेने पहुंचे डिप्टी सीएम शर्मा
संयुक्त जिला कार्यालय में की गई तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना का जायजा लेने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा रात्रि करीब 1: 30 बजे बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट पहुंचे। उनके साथ खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल एव राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा भी थे। उन्होंने कलेक्टर एव एसपी से घटना की विस्तृत जानकारी ली। साथ उन्होंने पूरे परिसर में हुई आगजनी, जिला पंचायत, कुटुंब न्यायालय एवं जनपद पंचायत कार्यालय सहित शहर का भी मुआयना कर नुकसानों का जायजा लिया। श्री शर्मा ने घटना पर गहरा दुःख प्रकट किया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश संबधित अधिकारियों को दिए है। उन्होने आगे कहा भारी संख्या में वाहनों को क्षति पहुंचा गया है। जिनमें से कुछ अपने कार्य के लिए पहुंचे गरीब लोगों एवं अधिकारी कर्मचारी के होंगे। साथ ही शासकीय सम्पति को नुक़सान पहुंचाया गया है। रिकॉर्ड रूम में न जाने कितनी दस्तावेज जल चुकी है। बिल्डिंग को जला दिया गया है, जो की बड़ी मुश्किल से तैयार होती है। उन्होंने कहा कि सरकारी सम्पति को तबाह करने वाले समाज के नहीं होते। पूरे प्रदेश में परम पूज्य बाबा गुरुघासीदास को माना जाता है। वे श्वेत ध्वजवाहक हैं तथा शांति के प्रतीक हैं।
संयुक्त कार्यालय भवन में बुधवार से शुरू होगा काम
कलेक्टर केएल चौहान ने बताया की घटना के संबंध में लगातार राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक चल रही है। संयुक्त कार्यालय भवन में मिलने वाली सेवाओं को बुधवार से बहाल कर दिया जाएगा। आज साफ-सफाई का काम कराया जा रहा है। पूरी घटना में हुए नुकसान को लेकर कलेक्टर ने कहा की एनडीआरएफ की टीम जांच में जुटी हुई है। अभी आकलन चल रहा है। राज्य के उच्चाधिकारी भी जांच कर रहें है। प्रदर्शनकारियों से लगातार टीम बातचीत कर रही थी। इसके बाद भी उपद्रव हुआ। वहीं एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि, घटना से संबंधित मिले वीडियो-फोटो के आधार पर आरोपियों तक पहुंचा जा रहा है।
उपद्रवी पेट्रोल बम लेकर आए थे, फॉरेंसिक टीम को बोतलों में भरे पेट्रोल मिले
बलौदाबाजार में सोमवार हो प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और आगजनी को भीड़ का आक्रोश बताया जा रहा था, लेकिन फॉरेंसिंक टीम की जांच में घटनास्थल के आसपास पेट्रोल बम मिले हैं, जो ये बताते हैं कि प्लानिंग के तहत हिंसा की गई थी। आगजनी के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने 6 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फॉरेंसिक टीम को बोतलों में भरे पेट्रोल के अलावा कुछ लिक्विड भी मिले हैं। इन्हें जब्त कर सैंपल के लिए फॉरेंसिक टीम साथ ले गई है। घटना के पीछे प्रशासन का इंटेलीजेंस फेलियर माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शन को लेकर भीम रेजिमेंट और कुछ अन्य संगठन के भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया पर चलते रहे, लेकिन इंटेलीजेंस डिपार्टमेंट इससे बेखबर रहा।
कांग्रेस ने जांच के लिए 7 सदस्यीय समिति बनाई
बलौदाबाजार हिंसा की घटना को लेकर कांग्रेस ने 7 सदस्यीय जांच समिति बनाई है। समिति इसकी रिपोर्ट पीसीसी को सौंपेगी। इस समिति में पूर्व मंत्री और धर्मगुरु रुद्र कुमार, विधायक संदीप साहू, जनक राम ध्रुव, पद्मा मनहर, शैलेष नितिन त्रिवेदी और जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर शामिल हैं। समिति का संयोजक पूर्व मंत्री शिव कुमार डहरिया को बनाया गया है।
जैतखाम तोड़ने से नाराज है समाज
जानकारी के मुताबिक 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।