जम्मू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर में पिछले सप्ताह रियासी जिले में आतंकवादियों के हमले की जांच का दायित्व राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को दिया है। गत नौ जून को जम्मू क्षेत्र के रियासी जिले में आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों की एक बस पर हमला किया था जिससे बस गहरे खड्ड में पलट गयी थी। इस घटना में 10 लोग मारे गए तथा 30 से अधिक लोग घायल हो गए।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को कहा कि रियासी में आतंकवादी हमले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। सूत्रों ने कहा कि इस घटना की जांच एनआईए को जांच सौंपने का निर्णय 15 जून को नयी दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया गया।” श्री शाह ने जम्मू-कश्मीर में आगामी अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर की स्थिति की समीक्षा के लिए रविवार को दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलायी थी जिसमें विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी भाग लिया था।
सूत्रों ने कहा कि एनआईए ने हमले के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए गहन जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से जांच का काम अपने हाथ में ले लिया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेशों के बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गयी है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रियासी में हमले शामिल आतंकियों के बारे में सुराग देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है और इस संबंध में चार संदिग्ध आतंकवादियों के स्केच भी जारी किये गए हैं।
रियासी हमलें में हताहत लोग कटरा में शिव खोरी मंदिर से माता वैष्णो देवी मंदिर तक तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर पौनी क्षेत्र के तरयाथ गांव के पास हमला किए गया था। इसकी जांच के सिलसिले में पुलिस ने 20 से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए निरुद्ध किया है।