0 शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की शपथ के दौरान विपक्ष ने नारे लगाए- नीट-नीट, शेम-शेम
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है। सबसे पहले सदन में राष्ट्रगान हुआ, उसके बाद पिछले सदन के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पीएम मोदी ने लोकसभा सदस्य की शपथ ली। मोदी के बाद उनकी कैबिनेट के लोकसभा सांसदों ने शपथ ली।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम जब शपथ के लिए बुलाया गया तो विपक्ष ने नीट-नीट, शेम-शेम बोलना शुरू कर दिया। विपक्ष नीट पेपर धांधली में उनके इस्तीफे की भी मांग कर चुका है।
सत्र शुरू होने से पहले संसद पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी है। हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। संविधान की मर्यादाओं का पालन करते हुए देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। देश को एक जिम्मदार विपक्ष की जरूरत है।
संसद में आज और कल नए सांसद शपथ लेंगे। इससे पहले भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को सोमवार सुबह 10 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू राष्ट्रपति भवन में मौजूद थे।
उधर, राज्यसभा में भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को पीयूष गोयल की जगह नेता सदन बनाया गया है। नड्डा गुजरात से राज्यसभा के सांसद हैं।
कन्नड़, असमिया, तेलुगु, गुजराती, मराठी, मलायलम और संस्कृत में मंत्रियों ने शपथ ली
केंद्रीय मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी और प्रह्लाद जोशी ने कन्नड़ में शपथ ली, जबकि धर्मेंद्र प्रधान और जुएल ओराम ने उड़िया भाषा में शपथ ली। एक अन्य केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने असमिया में और केन्द्रीय मंत्री के. राम मोहन नायडू और जी किशन रेड्डी ने तेलुगु भाषा में शपथ ली। केन्द्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने गुजराती भाषा में शपथ ली। वहीं, प्रताप राव जाधव ने मराठी और डॉ. जितेन्द्र सिंह ने डोगरी भाषा में शपथ ली। केन्द्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने मलयालम और सुकांता मजूमदार ने बंगाली भाषा में शपथ ली। केन्द्रीय मंत्री दुर्गा दास उइके ने संस्कृत में शपथ ली।