जम्मू। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में विदेशी आतंकवादियों को खत्म करने के लिए पुलिस के साथ संयुक्त और समन्वित अभियान के दौरान एक कैप्टन समेत चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए। सेना ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जम्मू स्थित रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) सुनील बर्तवाल ने कहा कि सोमवार रात 8.40 बजे एक खोज दल ने डोडा क्षेत्र से 10 किमी उत्तर में उरारबग्गी में आतंकवादियों को छिपे हुए होने की सूचना पर अभियान शुरू किया। वह इलाका घने जंगलों वाला और पहाड़ी क्षेत्र है और बादलों व बारिश के कारण दृश्यता सीमित है।
उन्होंने कहा,“शुरुआती गोलीबारी में, सेना के चार जवान घायल हो गए, जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया। आतंकवादियों को खदेड़ने के लिए अतिरिक्त सैनिक और उपकरण बुलाए गए एवं ड्रोन तथा अन्य तकनीकी संसाधनों का उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। शहीद सैनिक हैं: कैप्टन ब्रिजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय।”
पीआरओ ने कहा,“सेना उन विदेशी आतंकवादियों को खत्म करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त और समन्वित अभियान चला रही है, जो घुसपैठ कर चुके हैं तथा उधमपुर, डोडा, किश्तवाड़ एवं भद्रवाह जिलों के ऊपरी इलाकों और उसके बाद कश्मीर घाटी की ओर बढ़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि इसी तरह के ऑपरेशन कठुआ क्षेत्र में लगातार चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा,“हाल के दिनों में कई ऑपरेशनों के परिणामस्वरूप 26 जून को गंदोह में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया, साथ ही 11 जून को छत्तर गली आतंकवादी हमले को भी सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया।”
उन्होंने कहा,“मृत आतंकवादियों के पास से बरामद बड़ी मात्रा में युद्ध जैसे भंडार के विश्लेषण से सीमा पार की शुरुआती एजेंसियों का हाथ होने का पता चलता है।”
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पोस्ट किया,“मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। राष्ट्र हमारे सैनिकों के परिवारों के साथ दृढ़ता से खड़ा है जिन्होंने कर्तव्य के दौरान अपने जीवन का बलिदान दिया है। आतंकवाद विरोधी अभियान चल रहे हैं, और हमारे सैनिक आतंकवाद के संकट को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं तथा क्षेत्र में शांति एवं व्यवस्था बहाल करें।”
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी ड्यूटी के दौरान सेना के जवानों की मौत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “डोडा जिले में हमारे सेना के जवानों और जेकेपी कर्मियों पर कायरतापूर्ण हमले के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। हमारे राष्ट्र की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि। शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ।”
उन्होंने कहा,“हम अपने सैनिकों की मौत का बदला लेंगे और आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर देंगे। मैं लोगों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने और हमें सटीक जानकारी प्रदान करने का आह्वान करता हूं ताकि हम आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर सकें तथा आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को बेअसर कर सकें।”
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया,“मेरे लोकसभा क्षेत्र में जिला डोडा के देसा इलाके में सशस्त्र मुठभेड़ों की खबरों से बेहद परेशान हूं।” उन्होंने कहा,“हमारे बहादुरों की शहादत पर शोक व्यक्त करने और निंदा करने के लिए शब्द कम पड़ रहे हैं। आइए हम सभी मिलकर दुश्मन के नापाक मंसूबों को हराएं और शांति और सद्भाव बनाए रखें जिसके लिए डोडा हमेशा से जाना जाता है।
एडीजीपीआई ने क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए डोडा में एक आतंकवाद विरोधी अभियान चलाते हुए पोस्ट किया कि भारतीय सेना दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है।
डोडा में ताजा मुठभेड़ जम्मू क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों में हाल ही में आई तेजी का हिस्सा है। गत नौ जुलाई को डोडा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई।
इससे पहले आठ जुलाई को कठुआ जिले के मछेड़ी इलाके के लोहाई ब्लॉक के बदनोट गांव में ट्रक पर आतंकवादियों के हमले के बाद हुई गोलीबारी में सेना के पांच जवान शहीद हो गए और कई घायल हो गए।
गत 11-12 जून को डोडा जिला दोहरे आतंकी हमलों से दहल गया था। इससे पहले 11 जून को छत्तर गली में एक संयुक्त जांच चौकी पर आतंकवादियों के हमले में छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे और 12 जून को गंदोह इलाके में कोटा टॉप पर आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिस अधिकारी घायल हो गया था।
वहीं 26 जून को डोडा जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी मारे गए थे।
राजनाथ ने चार सैनिकों के शहीद होने पर दुख व्यक्त किया
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में सोमवार रात आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में चार सैनिकों के शहीद होने पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
श्री सिंह ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि डोडा में आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान सेना के चार बहादुर सैनिकों के मारे जाने पर बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं । कर्तव्य की वेदी पर सर्वोच्च बलिदान देने वाले इन सैनिकों के परिवारों के साथ राष्ट्र मजबूती के साथ खड़ा है। आतंकवाद रोधी अभियान जारी है और हमारे सैनिक आतंकवाद का सफाया कर क्षेत्र में शांति और व्यवस्था कायम करने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ हैं। मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी सहित चार सैनिक शहीद हुए हैं। इससे पहले रक्षा मंत्री ने सुबह सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र त्रिवेदी से बात कर आतंकवाद रोधी अभियान के बारे में जानकारी ली थी।