
0 मतदान केंद्रों पर दिखी मतदाताओं की लंबी कतारें
रायपुर/बलौदाबाजार/जशपुर/कांकेर/। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे व अंतिम चरण में भी ग्रामीण वोटरों में काफी उत्साह देखने को मिला। दूसरे चरण में प्रदेश के 50 विकासखंडों में दोपहर 3 बजे तक औसत 77.54 प्रतिशत वोटिंग हुई। अंतिम समय तक मतदान केंद्रों के अंदर वोटरों की लाइन लगी रही। अंतिम आंकड़े बाद में जारी किए जाएंगे। इसके बाद वोटिंग प्रतिशत में इजाफा हो सकता है। चुनाव के परिणाम 25 फरवरी को आएंगे।
चुनाव आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अंतिम समय तक कुल 77.54 फीसदी वोटिंग हुई। इसमें 77.21 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया। वहीं महिला मतदाताओं का वोटिंग प्रतिशत 77.93 प्रतिशत रहा। तृतीय चरण में 11 हजार 430 मतदान केन्द्र बनाये गए। करीब 53 लाख मतदाता ग्राम सरकार बनाने के लिए मतदान किया। इस तरह पूरे राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत अंतर्गत जिला पंचायत सदस्य के 433, जनपद पंचायत सदस्य के 2 हजार 973, ग्राम पंचायत (सरपंच) के 11 हजार 671 एवं वार्ड (पंच) के 1 लाख 60 हजार 161 सहित कुल 1 लाख 75 हजार 258 पदों के लिए तीन चरणों में निर्वाचन संपन्न हुआ।तीनों चरणों में 78 लाख 20 हजार 202 पुरूष मतदाता, 79 लाख 92 हजार 184 महिला मतदाता एवं 194 अन्य मतदाता सहित कुल 1 करोड़ 58 लाख 12 हजार 580 मतदाता त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन 2025 में शामिल हुए।
राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि पंच पदों के 68 और सरपंच पद के 01 स्थान के लिये सभी नामनिर्देशन पत्र खारिज हुए। इस तरह पंच पद के 74310, सरपंच पद के 448, जनपद पंचायत सदस्य के 41 और जिला पंचायत सदस्य के 01 पद पर निर्विरोध निर्वाचन हो चुके हैं। इस प्रकार प्रदेश के समस्त जिलो के कुल पंच पद के 85188, सरपंच पद के 11181, जनपद पंचायत सदस्य के 2932 और जिला पंचायत सदस्य के 432 स्थानों पर तीन चरणों में निर्वाचन हुआ।
मुख्यमंत्री साय ने अपने गृह ग्राम बगिया में परिवार संग किया मतदान
बगिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रविवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने जशपुर जिला अंतर्गत विकासखंड कांसाबेल के शासकीय प्राथमिक शाला बगिया स्थित मतदान केंद्र क्रमांक-45 में मतदान किया। मुख्यमंत्री साय ने मतदान केंद्र में कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया और निर्वाचन अधिकारियों के निर्देशों का पालन करते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मुख्यमंत्री साय के साथ उनकी माताजी जसमनी देवी, धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, भाई विनोद साय सहित परिवार के अन्य सदस्यों ने भी मतदान किया। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि मतदान हमारा अधिकार ही नहीं, कर्तव्य भी है। प्रदेश की समृद्धि और विकास के लिए प्रत्येक नागरिक को अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
सरपंच प्रत्याशी के निधन से गमगीन माहौल
तमनार। छत्तीसगढ़ में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के तहत तमनार तहसील में मतदान शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखने को मिली, जिसमें खासतौर पर युवा महिलाओं की भागीदारी उत्साहजनक रही। चुनाव के दौरान उत्साह के माहौल में तब शोक की लहर दौड़ गई जब गारे पंचायत से सरपंच पद के प्रत्याशी चतुर सिंह सिदार की अचानक निधन की खबर सामने आई। बताया जा रहा है कि वे पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थे और एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने देर रात अंतिम सांस ली। चतुर सिंह सिदार दो बार गारे पंचायत के सरपंच रह चुके थे और इस बार भी चुनावी मैदान में मजबूती से उतरे थे। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है। मतदान के दौरान सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण वातावरण बना रहा। मतदाताओं में अपने प्रतिनिधियों के चयन को लेकर उत्साह साफ देखा गया। राज्य निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष और सुरक्षित मतदान सुनिश्चित करने के लिए कड़े प्रबंध किए हैं। तमनार तहसील के चुनावी मैदान में इस बार बड़ी संख्या में प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए क्रमांक 11 से 3 और क्रमांक 12 से 5 प्रत्याशी मैदान में हैं. वहीं जनपद सदस्य पद के लिए 57 प्रत्याशी, सरपंच पद के लिए 213 प्रत्याशी और पंच पद के लिए 746 प्रत्याशी चुनावी दौड़ में शामिल हैं. क्षेत्र में वोटिंग के लिए 142 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
ग्राम पंचायत कुकुरदी में मतदान का बहिष्कार
बलौदाबाजार। बलौदाबाजार विकासखंड के ग्राम पंचायत कुकुरदी में मतदान का बहिष्कार देखने को मिला। गांव के निवासियों ने सांवरा जाति के लोगों को पंचायत में शामिल करने का विरोध जताते हुए मतदान प्रक्रिया में भाग नहीं लिया और घरों में ही बैठे रहे। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन सांवरा जाति के लिए अलग व्यवस्था करे या उन्हें वहीं मतदान करने दिया जाए, जहां वे पहले से मतदान करते आ रहे हैं। प्रशासन ने इस संवेदनशील स्थिति को ध्यान में रखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया था। जिसके बाद जिला एवं जनपद पंचायत चुनाव में सांवरा जाति के पुरुषों और महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित किया गया। इस दौरान कुल 198 सांवरा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि, ग्राम पंचायत कुकुरदी के अन्य ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे और मतदान प्रक्रिया से पूरी तरह दूर रहे।
चुनाव ड्यूटी में नशे में पहुंचे शिक्षक, निलंबित
कांकेर। मतदान के दिन चुनाव ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले शिक्षक पर निलंबन की गाज गिरी है। शिकायत के बाद कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से निलंबन कर दिया है। शिक्षक रूपचंद साहू को अंतागढ़ में चुनाव ड्यूटी लगाई गई थी। जहां शराब पीकर पहुंचने पर शिक्षक के खिलाफ एक्शन लिया गया है। इस संबंध में निलंबन आदेश जारी किया है।
उत्तर बस्तर कांकेर जिला के विकासखंड अंतागढ़ में आज मदतान के दिन शिक्षक रुपचंद साहू की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन शिक्षक ड्यूटी पर शराब के नशे में टल्ली होकर पहुंचा, जिसके कारण निर्वाचन कार्य प्रभावित हुआ। निलंबन अवधि में शिक्षक रूपचंद का मुख्यालय खंडशिक्षा अधिकारी, कांकेर होगा। निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता को पात्रता होगी।
तीसरे चरण में यहां हुई वोटिंग
राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि जिन विकासखण्डों में तृतीय चरण में मतदान होना है उसमें जिला बिलासपुर के विकासखण्ड कोटा एवं तखतपुर, जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के विकासखण्ड मरवाही, जिला मुंगेली के विकासखण्ड पथरिया, जिला जांजगीर-चांपा के विकासखण्ड बलौदा एवं पामगढ़, जिला सक्ती के विकासखण्ड सक्ती एवं डभरा, जिला कोरबा के विकासखण्ड कटघोरा एवं पाली, जिला रायगढ़ के विकासखण्ड तमनार, लैलूंगा एवं घरघोड़ा, जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ के विकासखण्ड सारंगढ़, जिला सूरजपुर के विकासखण्ड ओडग़ी एवं प्रतापपुर, जिला बलरामपुर के विकासखण्ड वाड्रफनगर एवं रामचन्द्रपुर, जिला सरगुजा के विकासखण्ड लुण्ड्रा एवं बतौली, जिला कोरिया के विकासखण्ड बैकुण्ठपुर, जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के विकासखण्ड भरतपुऱ, जिला जशपुर के विकासखण्ड फरसाबहार, कांसाबेल एवं पत्थलगांव शामिल हैं। इसी तरह जिला बलौदाबाजार के विकासखण्ड बलौदाबाजार एवं पलारी, जिला गरियाबंद के विकासखण्ड फिंगेश्वर एवं देवभोग, जिला महासमुंद के विकासखण्ड महासमुंद , जिला धमतरी के विकासखण्ड नगरी, जिला बेमेतरा के विकासखण्ड बेरला एवं साजा, जिला दुर्ग के विकासखण्ड धमधा, जिला बालोद के विकासखण्ड गुरूर एवं गुण्डरदेही, जिला राजनांदगांव के विकासखण्ड डोंगरगढ़ एवं डोंगरगांव, जिला मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी के विकासखण्ड अंबागढ़-चौकी, जिला जिला कोण्डागांव के विकासखण्ड केशकाल एवं बड़ेराजपुर, जिला बस्तर के विकासखण्ड बास्तानार बकावण्ड तथा तोकापाल, जिला नारायणपुर के विकासखण्ड ओरछा, जिला उत्तर बस्तर कांकेर के विकासखण्ड अंतागढ़ एवं कोयलीबेड़ा, जिला दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा के विकासखण्ड कुआकोण्डा, जिला सुकमा के विकासखण्ड कोन्टा तथा जिला बीजापुर के विकासखण्ड भैरमगढ़ शामिल हैं।


