
पहलगाम/नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा है कि हम कभी भी सिंधु जल समझौते के पक्ष में नहीं रहे। यह जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए सबसे गलत दस्तावेज है।
इससे पहले, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने श्रीनगर में पहलगाम हमले में घायल लोगों और उनके परिजन से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आतंकी कितनी भी कोशिश कर लें, हम उन्हें हरा देंगे। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से अपील की कि वे अपने-अपने राज्यों में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें और उन्हें वापस भेजें।
हमले के 3 दिन बाद सेना ने बड़ा एक्शन लिया। जम्मू-कश्मीर के त्राल और अनंतनाग के बिजबेहरा में 2 लश्कर आतंकियों के यहां सर्च ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन के दौरान दोनों के घरों में रखा एक्सप्लोसिव ब्लास्ट हो गया। धमाके में आसिफ शेख और आदिल ठोकेर के घर पूरी तरह तबाह हो गए। पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल की दोपहर आतंकवादियों ने पर्यटकों पर फायरिंग की थी। हमले में 26 टूरिस्ट मारे गए थे। 10 से ज्यादा घायल हैं।
हम कभी सिंधु जल समझौते के पक्ष में नहीं थेः उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में कहा कि भारत सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं। जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, हम कभी भी सिंधु जल समझौते के पक्ष में नहीं रहे हैं। हमारा हमेशा से मानना रहा है कि सिंधु जल संधि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए सबसे गलत दस्तावेज है।
आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की वेबसाइट हैक, पाकिस्तानी ग्रुप का दावा- हमने किया
पहलगाम आतंकी हमले के बाद आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की वेबसाइट को हैक कर लिया गया है। पाकिस्तानी हैकर ग्रुप टीम इनसेन पीके ने वेबसाइट हैक करने का दावा किया है। हैकर्स का यह हमला पाकिस्तान के खिलाफ भारत सरकार की सख्ती के दो दिन बाद हुआ है। हैकर्स ने आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग की वेबसाइट पर एक भड़काऊ संदेश छोड़ा, जिसमें अन्य बातों के अलावा दो-राष्ट्र सिद्धांत के बारे में भी बात की गई है।
