
नई दिल्ली। कांग्रेस ने पाकिस्तान और भारत के बीच चल रहे संघर्ष के विराम को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की घोषणा को हैरान करने वाला करार देते हुए रविवार को कहा कि दो देशों के बीच के मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण नहीं किया जाना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले 24 घंटों में बहुत तेजी से बदले घटनाक्रम हैरान करने वाली स्थिति भी सामने आई है। यह जानकर सबको आश्चर्य हुआ कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप करते हैं।
श्री पायलट ने कहा,"यह शायद पहली बार हुआ है, जब सीजफायर की घोषणा सोशल मीडिया के ज़रिए अमेरिका के राष्ट्रपति करते हैं। उन्होंने जो अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा है, हमें उस पर भी ध्यान देना चाहिए। भारत और पाकिस्तान के बीच जो मसला है, उसका अंतरराष्ट्रीयकरण करना बेहद आश्चर्यजनक है।"
कांग्रेस नेता ने कहा,"भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष में सरहद के पास के पास हमारे जिन नागरिकों की जान गई है कांग्रेस पार्टी उनके परिजनों को सांत्वना देते हुए मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। मैं भारतीय सेना के पराक्रम और शौर्य को सलाम करता हूं। हमारी सेना ने एक बार फिर दिखाया है कि वह दुनिया के सर्वोत्तम सेनाओं में से एक है। कांग्रेस लंबे समय से ये मांग करती आई है कि पहलगाम घटना और उसकी बाद की स्थिति पर विचार के लिए संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाए।"
उन्होंने कहा कि वर्ष 1994 में कांग्रेस सरकार ने सर्वसम्मति से पीओके को वापस लेने का प्रस्ताव पारित कराया था। श्री पायलट ने कहा,“अब समय आ गया है कि हमें 1994 के प्रस्ताव को दोहराना चाहिए। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पूरे देश और विपक्ष समेत हर राजनीतिक दल से भारत सरकार को पूरा समर्थन मिला। हमने पहले दिन से ही साफ कहा था कि यह हमारी आत्मा पर हमला है और इसका मुंहतोड़ जवाब देना जरूरी है। सेना ने जो कदम उठाए, हमें उस पर गर्व है।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को उनकी मांग सुननी चाहिए और एक विशेष संसद सत्र बुलाकर चर्चा करनी चाहिए ताकि पूरी दुनिया में संदेश जाए कि आतंकवाद और पाकिस्तान के दुस्साहस के खिलाफ पूरा देश एकजुट है।