
0 कहा-भारत-पाकिस्तान आपस में सुलझाएंगे
0 ट्रम्प ने एक दिन पहले मध्यस्थता की बात कही थी
नई दिल्ली। भारत ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर तीसरे पक्ष का दखल मंजूर नहीं है। इस मुद्दे को भारत-पाकिस्तान आपस में सुलाएंगे। यह बात विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को पीओके खाली करना होगा। सभी मामले द्विपक्षीय तरीके से ही हल होंगे।
दरअसल, भारत के इस जवाब को जम्मू-कश्मीर विवाद को सुलझाने के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बयान से जोड़कर देखा जा रहा है। ट्रम्प ने 11 मई को कहा था कि मैं दोनों के साथ मिलकर यह देखने की कोशिश करूंगा कि क्या कश्मीर मुद्दे का कोई हल निकाला जा सकता है। 10 मई को ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर भारत-पाक के बीच सीजफायर होने की जानकारी दी थी।
विदेश मंत्रालय ने ट्रम्प के 2 दावे नकारे
1. कश्मीर पर मध्यस्थता: विदेश विभाग के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर तीसरे पक्ष की दखलंदाजी मंजूर नहीं है। इस मुद्दे को भारत-पाकिस्तान आपस में सुलाएंगे। इसमें कोई बदलाव नहीं है। लंबित मामला सिर्फ पीओके पर कब्जा करने का है। इसी पर ही बात होगी।
ट्रम्प ने कहा था- ट्रम्प ने 11 मई को कहा था कि मैं दोनों के साथ मिलकर यह देखने की कोशिश करूंगा कि क्या 'हजार साल' बाद कश्मीर मुद्दे का कोई हल निकाला जा सकता है।'
2. सीजफायर करें नहीं तो ट्रेड बंद कर देंगे: जायसवाल ने कहा कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद करने पर सहमति बनने तक, भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच उभरते सैन्य हालात पर बातचीत होती रही। किसी भी चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा।
ट्रम्प ने 12 मई को दावा किया था कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से कहा कि अगर वे युद्धविराम पर सहमत होते हैं तो अमेरिका उन्हें व्यापार में मदद करेगा। अगर नहीं मानते हैं तो उनके साथ कोई व्यापार नहीं होगा। इसके बाद दोनों देश सीजफायर पर सहमत हो गए थे।