
0 मारे गए नक्सलियों पर 1.72 करोड़ का था इनाम
0 450 आईईडी पार कर पहाड़ी पर चढ़े जवान
0 कर्रेगुट्टा में 250 गुफाओं में ठिकाना, बना रखे थे किला
जगदलपुर/बीजापुर। छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर स्थित कर्रेगुट्टा के पहाड़ों पर सुरक्षाबलों ने 24 दिनों तक चले सबसे बड़े एंटी नक्सल ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार गिराया। इनमें 17 महिला और 14 पुरुष नक्सली शामिल हैं। ऑपरेशन के दौरान कुल 21 मुठभेड़ों में कुल 31 माओवादी मारे गए, इनमें से 28 नक्सली की शिनाख्त हो चुकी है, जिन पर एक करोड़ 72 लाख का इनाम घोषित था। कर्रेगुट्टा ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के बनाए 4 हथियार फैक्ट्री और नक्सल अस्पताल को तबाह कर दिया।
छत्तीसगढ़ के डीजीपी अरुण देव गौतम एवं सीआरपीएफ के डीजी जीपी सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस एंटी नक्सल ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया कि नक्सलियों ने पहाड़ की गुफाओं में लगभग 250 गुफाओं में ठिकाने बना रखे थे। बड़े कैडर के इलाज के लिए अस्पताल और हाईटेक हथियार बनाने 4 फैक्ट्री बनाकर रखे थे। जवानों ने सभी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया।
एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि सभी मारे गए 31 माओवादियों के शव के साथ 31 हथियार बरामद किए गए हैं। इसमें एसएलआर, इसांस समेत आटोमेटिकल हथियार शामिल हैं। अब तक 28 नक्सलियों की शिनाख्ती हो चुकी है। शेष शवों की पहचान प्रक्रिया जारी है। अनुमान लगाया जा रहा कि 21 दिनों तक चलाए गए इस ऐतिहासिक एंटी नक्सल ऑपरेशन में कई बड़े नक्सली लीडर या तो मारे गए हैं या घायल हुए हैं। भौगोलिक परिस्थितियों के कारण हमारे जवान बाकी नक्सलियों के शव बरामद नहीं कर पाए हैं।
214 माओवादी ठिकानों और बंकरों को जवानों ने किया नष्ट
एसपी ने बताया कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर नक्सल विरोध अभियान के दौरान कुल 214 माओवादी ठिकानों और बंकरों को नष्ट किया गया है। इस दौरान 450 आईईडी रिकवर किए गए हैं। सिर्फ 15 आईईडी ही ब्लास्ट हुए हैं। बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री के साथ 12 हजार किलोग्राम खाने का सामान भी बरामद हुआ है। इस इलाके में अब सुरक्षा बलों की मजबूत पकड़ हुई है।
जवानों ने 450 आईईडी की चक्रव्यूह को तोड़ा
डीजीपी ने बताया कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर पहुंचने के रास्ते में नक्सलियों ने 450 आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बिछा रखे थे। उन्हें विश्वास था कि इतनी सुरक्षा के बावजूद कोई भी फोर्स उनके किले तक नहीं पहुंच पाएगी, लेकिन सुरक्षाबलों ने यह भ्रम तोड़ दिया। हर आईईडी को डिफ्यूज कर जवान चोटी तक पहुंचे।
आईईडी विस्फोट में 18 जवान हुए घायल
एसपी यादव ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान आईईडी विस्फोट में कोबरा, डीआरजी के 18 जवान घायल हुए हैं। हालांकि सभी खतरे से बाहर हैं। सभी का अस्पतालों में इलाज जारी है। उन्होंने बताया कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ी की परिस्थितियां काफी विपरीत है। यहां का तापमान 45 डिग्री होने के कारण हमारे कई जवान डीहाइड्रेशन के शिकार हुए हैं। फिर भी उनके मनोबल कम नहीं हुए।
नक्सलियों के खिलाफ कुल 17 केस दर्ज
एसपी ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ कुल 17 केस दर्ज किए गए हैं। जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। साथ ही एनआईए-एसआईए की भी मदद ली जा रही है।उन्होंने कहा कि नक्सलवाद को समूल खत्म करने भविष्य में भी अभियान जारी रहेगा, ताकि बस्तर का विकास हो सके।
टेक्निकल इनपुट से बनी रणनीति, पहाड़ी पर बना बेस कैंप
ऑपरेशन से पहले टेक्निकल फील्ड इनपुट जुटाए गए। 24 घंटे एनालिसिस के बाद रणनीति तैयार की गई। फोर्स ने पहाड़ी की चोटी पर न सिर्फ अपना बेस कैंप बनाया, बल्कि वहां हेलीपैड भी तैयार किया, ताकि सूचना और मदद जल्दी पहुंच सके।
ऑपरेशन में 18 जवान घायल
विगत 21 दिनों के इस महत्वपूर्ण अभियान के दौरान विभिन्न आईईडी विस्फोटों में कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी के कुल 18 जवान घायल हुए। हालांकि सभी घायल जवान अब खतरे से बाहर हैं और उन्हें विभिन्न अस्पतालों में सर्वोत्तम उपचार प्रदान किया जा रहा है। करेगुट्टालू पहाड़ी के ऊपर की परिस्थितियां काफी विपरीत हैं, दिन के समय तापमान 45 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक होने से अनेक जवान डिहाइड्रेशन के शिकार हुए, परंतु उसके उपरांत भी उनके द्वारा ऊंचे मनोबल के साथ माओवादियों के विरुद्ध उक्त अभियान जारी रखा गया।
2025 में अब तक 174 नक्सली मारे गए
साल 2025 की शुरुआत से अब तक कुल 174 हार्डकोर माओवादी मारे जा चुके हैं। इस व्यापक और संगठित अभियान के दूरगामी परिणाम देखने को मिल रहे हैं, जिसके तहत माओवादियों की बड़ी और सशस्त्र इकाइयां अब छोटे-छोटे समूहों में विभाजित हो चुकी हैं। सुरक्षा बलों की क्षेत्र में पकड़ और मजबूत हुई है। साथ ही बीजापुर जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र तथा नारायणपुर जिले के माड़ क्षेत्र जैसे पूर्ववर्ती सुरक्षा-विहीन क्षेत्रों में भी निरंतर प्रगति हो रही है। भविष्य में भी माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में आम जनता का विश्वास अर्जित करने, क्षेत्रीय विकास को गति देने और माओवादियों के समयबद्ध समूल उन्मूलन के लिए आक्रामक कार्रवाई जारी रखी जाएगी।
नक्सल प्रवक्ता ने पर्चा जारी कर मारे गए 26 साथियों की पुष्टि की
ऑपरेशन की सफलता से पहले ही नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य और प्रवक्ता अभय ने एक पर्चा जारी कर 26 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है। साथ हीसरकार से शांति वार्ता को स्पष्ट करने की मांग की। पर्चे में लिखा है, आदरणीय मोदी जी, आपकी सरकार शांति वार्ता के लिए तैयार है या नहीं, स्पष्ट करें।


