
नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को मोदी सरकार पर विदेश नीति को कमजोर करने पर आरोप लगाया और विदेशमंत्री एस जयशंकर की कार्यशैली पर भी सवाल उठायें।
श्री गांधी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि श्री जयशंकर को यह जवाब देना चाहिए कि कुछ देश पाकिस्तान को भारत के बराबरी पर क्यों रख रहे हैं और एक भी देश पाकिस्तान की निंदा करने में हमारा साथ क्यों नहीं दे रहा है।”
कांग्रेस नेता ने यह सवाल भी किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भारत, पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने के लिए किसने कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत की विदेश नीति लड़खड़ा गयी है।
गौरतलब है कि श्री ट्रम्प लगातार कह रहे हैं कि उन्होंने भारत ,पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोेकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी और वह दोनों देशों के बीच कश्मीर मुद्दे पर भी मध्यस्थता करने को तैयार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने बयानों में भारत और पाकिस्तान को समान स्तर पर रखा है।
भाजपा ने राहुल गांधी को निशान-ए-पाकिस्तान बताया
भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि राहुल गांधी सेना की वीरता को कमतर आंकना बंद करें। ऐसे सवाल पूछना बंद करें, जो नहीं पूछे जाने चाहिए। वे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालते हैं। उनकी टिप्पणी को बचकाना व्यवहार कहकर खारिज नहीं किया जा सकता। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने राहुल गांधी को निशान-ए-पाकिस्तान बताया। उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर राहुल गांधी की टिप्पणी को इस्लामाबाद भारत को बदनाम करने के लिए कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर जारी है। इसलिए गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी करके देश की सुरक्षा को खतरे में डालना भी बंद करें।
उन्होंने कहा- राहुल गांधी, आप तय करें कि आप किस तरफ हैं। ऐसे सवाल जानबूझकर पूछना राहुल गांधी का मुख्य चरित्र रहा है, जो हमारे देश के प्रति शत्रुतापूर्ण राष्ट्रों के एजेंडे को आगे बढ़ाते हैं।