
0 किसानों को मिलेगी अब फसलों की ज्यादा कीमत
0 किसान क्रेडिट कार्ड पर कम ब्याज में मिलेगा लोन
0 पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट में लिया गया फैसला
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने धान, कपास, सोयाबीन, अरहर समेत खरीफ की 14 फसलों की मिनिमम सपोर्ट प्राइस (एमएसपी) बढ़ा दी है। केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को यह फैसला लिया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि धान की नई एमएसपी 2,369 रुपए तय की गई है, जो पिछली एमएसपी से 69 रुपए ज्यादा है।
कपास की नई एमएसपी 7,710 रुपए तय की गई है। इसकी एक दूसरी किस्म की नई एमएसपी 8,110 रुपए कर दी गई है, जो पहले से 589 रुपए ज्यादा है। नई एमएसपी से सरकार पर 2 लाख 7 हजार करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। यह पिछले फसल सीजन की तुलना में 7 हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एमएसपी फसल की लागत से कम से कम 50% ज्यादा हो, इस बात का ध्यान रखा गया है। उन्हाेंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में एमएसपी में सबसे अधिक वृद्धि नाइजरसीड में 820 रुपये प्रति क्विंटल, रागी में 596 रुपये प्रति क्विंटल, कपास में 589 रुपये प्रति क्विंटल और तिल में 579 रुपये प्रति क्विंटल की गयी है।
श्री वैष्णव ने बताया कि धान ‘सामान्य’ का एमएसपी का 2300 रुपए से बढ़ाकर 2369 रुपए और धान ‘ए’ का 2320 रुपए से 2389 रुपए प्रति क्विंटल, ज्वार ‘संकर’ का 3371 रुपए से 3699 रुपए प्रति क्विंटल और ज्वार ‘मालदंडी’ का 3421 रुपए से 3749 रुपए प्रति क्विंटल, बाजरा का 2625 रुपए से 2775 रुपए, रागी का 4290 रुपए से 4886 रुपए और मक्का का 2225 रुपए से 2400 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है।
उन्होंने बताया कि अरहर का एमएसपी 7550 रुपए से बढ़ाकर 8000 रुपए प्रति क्विंटल, मूंग का 8682 रुपए से 8786 रुपए प्रति क्विंटल और उडद का 7400 रुपए से 7800 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इसके अलावा मूंगफली का एमएसपी 6783 रुपए से बढ़ाकर 7263 रुपए प्रति क्विंटल, सूरजमुखी के बीज का 7280 रुपए से 7721 रुपए प्रति क्विंटल, सोयाबीन-पीला का 4892 रुपए से 5328 रुपए प्रति क्विंटल, तिल का 9267 रुपए से 9846 रुपए प्रति क्विंटल, नाइजर सीड 8717 रुपए से 9537 रुपए प्रति क्विंटल और कपास - मध्यम का 7121 रुपए से 7710 रुपए और कपास - लंबा 7521 रुपए से 8110 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपणन सत्र 2025-26 के लिए खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप है। वर्ष 2014-15 से वर्ष 2024-25 की अवधि के दौरान 14 खरीफ फसल उगाने वाले किसानों को दी गई एमएसपी राशि 16.35 लाख करोड़ रुपये थी।
एमएसपी में 23 फसलें शामिल हैं
0 7 प्रकार के अनाज (धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार, रागी और जौ)।
0 5 प्रकार की दालें (चना, अरहर/तुअर, उड़द, मूंग और मसूर)।
0 7 तिलहन (रेपसीड-सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, कुसुम, निगरसीड)।
0 4 व्यावसायिक फसलें (कपास, गन्ना, खोपरा, कच्चा जूट)।
खरीफ फसलों में ये फसलें शामिल
धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंग, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन, उडद, तुअर, कुल्थी, जूट, सन, कपास आदि। खरीफ की फसलें जून जुलाई में बोई जाती हैं। सितंबर-अक्टूबर में इनकी कटाई होती है।
कैबिनेट के अन्य फैसले
किसान क्रेडिट कार्ड की ब्याज सब्सिडी योजना को आगे बढ़ाया
केंद्र सरकार ने 2025-26 के लिए किसान क्रेडिट कार्ड की ब्याज सब्सिडी योजना को जारी रखने का फैसला किया। ब्याज सब्सिडी योजना (एमआईएसएस) को अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जारी रखने को मंजूरी दे दी है। इसके लिए जरूरी फंड भी तय कर लिया गया है। ये योजना किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के जरिए किसानों को कम ब्याज पर लोन देने के लिए है।
0 किसान केसीसी से 3 लाख रुपए तक का लोन 7% ब्याज पर ले सकते हैं, जिसमें बैंकों को 1.5% ब्याज सब्सिडी मिलती है।
0 जो किसान समय पर लोन चुका देते हैं, उन्हें 3% तक का प्रोत्साहन मिलता है, यानी उनका ब्याज सिर्फ 4% रह जाता है।
0 पशुपालन या मछली पालन के लिए लोन पर 2 लाख रुपए तक की सीमा पर ये लाभ मिलता है।
दो मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं को मंजूरी
कैबिनेट ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भारतीय रेलवे की दो मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं को मंजूरी दी। इसके तहत रतलाम-नागदा के बीच तीसरी और चौथी लाइन डाली जाएगी। वहीं वर्धा- बल्हारशाह चौथी लाइन टाली जाएगी। इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत 3,399 करोड़ रुपए है और इन्हें 2029-30 तक पूरा किया जाएगा।
आंध्र प्रदेश में बडवेल-नेल्लोर के बीच फोर-लेन हाईवे को मंजूरी
केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश में बडवेल-नेल्लोर के बीच 108 किलोमीटर लंबे फोर-लेन हाईवे परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की लागत 3,653 करोड़ रुपए है। यह हाईवे आंध्र प्रदेश के कृष्णापटनम पोर्ट और नेशनल हाईवे-67 के एक हिस्से को जोड़ने का काम करेगा, जिससे पोर्ट कनेक्टिविटी बेहतर होगी। यह सड़क तीन प्रमुख इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के नोड्स को भी जोड़ती है- वीसीआईसी (कोप्पर्थी), एचबीआईसी (ओरवाकल) और सीबीआईसी (कृष्णपटनम)।