
0 रायपुर लाया गया, शहीद एएसपी रायपुर के रहने वाले हैं
0 घायलों को रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले कोंटा-एर्राबोर मार्ग पर सोमवार को नक्सलियों के आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से कोंटा डिवीजन के एएसपी आकाश राव गिरीपुंजे शहीद हो गए। वहीं इस वारदात में कोंटा एसडीओपी भानुप्रताप चंद्राकर और टीआई सोनल ग्वाला घायल हो गए हैं, जिन्हें रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शहीद आकाश राव गिरिपुंजे का पार्थिव शरीर रायपुर के मेकाहारा लाया गया है। मेकाहारा में पोस्टमॉर्टम के बाद शव को उनके निवास ले जाया जाएगा। एएसपी की शहादत की सूचना मिलने पर उनकी टीम के जवान फूट-फूटकर रोते रहे। वहीं घायल एसडीओपी और टीआई को सुकमा में इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए एयर-लिफ्ट कर रायपुर लाया गया है। रायपुर के एक निजी अस्पातल में भर्ती कराया गया है। घायल एसडीओपी और टीआई की हालत खतरे से बाहर हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह करीब 8 बजे यह आईईडी ब्लास्ट हुआ। कोंटा-एर्राबोर मार्ग पर डोंड्रा के पास प्रेशर आईईडी विस्फोट हुआ, इसमें एएसपी आकाश राव गिरपुंजे व एसडीओपी भानुप्रताप चंद्राकर व टीआई इसकी चपेट में आ गए। तीनों पैदल गश्त पर निकले थे। घटना के बाद तीनों को तुरंत कोंटा अस्पताल लाया गया, जहां एएसपी ने दम तोड़ दिया। इसके बाद उनके साथ घायलों को रायपुर लाया गया।
इसे लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि नक्सलियों को अब भुगतना होगा। उनके खात्मे के दिन नजदीक आ गए हैं। छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का अस्तित्व ही खत्म कर दिया जाएगा। वहीं गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि अब नक्सलियों से कोई बातचीत नहीं होगी।
कैसे चपेट में आ गए एएसपी
दरअसल, नक्सलियों ने मंगलवार यानी 10 जून को भारत बंद का आह्वान किया था। इससे पहले नक्सलियों ने दहशत फैलाने के लिए खदान में एक जेसीबी में आग लगा दी थी। खबर के बाद एएसपी आकाश राव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान वह खदान में जली हुई जेसीबी के पास गए। जैसे ही वह मशीन के पास पहुंचे। नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर दिया, जिसकी चपेट में तीनों पुलिस अधिकारी आ गए। घायल टीआई सोनल ग्वाला बिलासपुर के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी हाउस वाइफ हैं। उनकी 2 जुड़वां बेटी भी हैं।
5 से 7 फीट अंदर दबाते हैं कमांड आईईडी
माओवादी सड़कों के नीचे करीब 5 से 7 फीट अंदर कमांड आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) प्लांट कर रखते हैं। ये आईईडी 40, 50, 60 या फिर 70 किलो तक की होती है। ज्यादा नीचे इसलिए दबाते हैं ताकि जवान इसे खोज न पाएं, या फिर किसी भी तरफ से आईईडी को कोई नुकसान न पहुंचे वह सुरक्षित रहे। 50-60 किलो की आईईडी की क्षमता इतनी होती है कि वह बख्तर बंद गाड़ी के भी परखच्चे उड़ा देती है। बीजापुर में हुए ब्लास्ट में माओवादियों ने महज 60 किलो की आईईडी का इस्तेमाल किया था। धमाके के बाद वाहन समेत जवानों के शवों के अंग करीब 500 मीटर दूर तक पड़े मिले।
बम 2 फीट के नीचे, तो डिटेक्ट नहीं हो सकता
इससे पहले हमने खबर की थी कि नक्सलियों ने बम या आईईडी जमीन के दो फीट से ज्यादा गहराई में लगाई हो, तो जवानों के पास ऐसी कोई मशीन नहीं कि उसका पता लगाया जा सके। बीजापुर में हुए नक्सली हमले में भी यही हुआ। इसमें 1 ड्राइवर और 8 जवान शहीद हो गए थे। इसमें आईईडी को करीब पांच फीट नीचे लगाया गया था।
आकाश राव रायपुर, महासमुंद में भी पोस्टेड रहे
शहीद एएसपी आकाश राव गिरीपुंजे रायपुर और महासमुंद में भी पोस्टेड रहे। उनका परिवार रायपुर में ही रहता है। उनकी स्कूलिंग भी रायपुर में हुई है। वे पूर्व कांग्रेसी पार्षद के भतीजे हैं। वहीं उनकी शहादत की खबर के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी तैनाती चंद्रशेखर आजाद पुलिस अकादमी चंदखुरी, रायपुर, कांकेर, राजनांदगांव, मानपुर, मोहला, दुर्ग, रायपुर, महासमुंद और वर्तमान में सुकमा के कोंटा में रही। शहीद एएसपी आकाश राव गिरीपुंजे 42 साल के थे। उनका जन्म रायपुर में 7 फरवरी 1983 को हुआ था। 2013 बैच के पुलिस अधिकारी थे। पिता गोविंद राव गिरीपुंजे, माता मंदा गिरीपुंजे, पत्नी स्नेहा गिरीपुंजे, बेटे सिद्धांत गिरीपुंजे और बेटी का नाम पीहू गिरीपुंजे है।
नक्सलियों को इसका परिणाम भुगतना होगाः मुख्यमंत्री साय
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुकमा जिले के कोंटा में नक्सलियों द्वारा किए गए कायरतापूर्ण आईईडी विस्फोट में एएसपी आकाश राव गिरीपुंजे जी के शहीद होने पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह अत्यंत ही दुखद है। मैं उनकी शहादत को नमन करता हूँ। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस कायराना हमले में कुछ अन्य अधिकारी एवं जवानों के भी घायल होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों द्वारा एक बड़ी लड़ाई लड़ी जा रही है, जिसमें सुरक्षा बलों को लगातार सफलता मिल रही है। इसी से बौखलाकर नक्सली इस तरह की कायराना करतूतों को अंजाम दे रहे हैं। नक्सलियों को इसका परिणाम भुगतना होगा। वह दिन अब ज्यादा दूर नहीं, जब छत्तीसगढ़ से इनका अस्तित्व ही समाप्त कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे जी के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ी है।
पुलिस अधिकारी के शहीद होने पर राज्यपाल ने जताया शोक
रायपुर। राज्यपाल रमेन डेका ने आज नक्सलियों द्वारा सुकमा के डोंड्रा के निकट किए गए आईईडी विस्फोट में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरीपुंजे के शहीद हो जाने की घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। राज्यपाल ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिवार को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करने की प्रार्थना की। राज्यपाल ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की है।
नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी रहेगा: गृह मंत्री शर्मा
प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस घटना को नक्सलियों का कायराना हरकत करार दिया है। उनके मुताबिक इस घटना से नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में कोई रुकावट नहीं आएगी। लेकिन कभी किसी सूरत में नक्सलियों से बातचीत की स्थिति बनती है तो ऐसी घटनाओं से वो खत्म हो जाती है।

