नई दिल्ली। अब फ्रिज, एसी की तर्ज पर गाड़ियों के टायर की भी स्टार रेटिंग होगी। इससे न सिर्फ यात्रा सुरक्षित होगी बल्कि वाहनों की माइलेज भी बढ़ेगी। सरकार जल्द ही टायर उद्योग के लिए नई 5-स्टार रेटिंग लाएगी।
इसके लिए Automotive Research Association of India (ARAI), ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) ने टायर उद्योग से बातचीत पूरी कर ली है। टायरों को ईंधन बचाने, सुरक्षा सुनिश्चित करने और वाहन को फिसलने से रोकने की क्षमता के आधार पर रेटिंग दी जाएगी।
मौजूदा नियम
इस समय, टायरों की गुणवत्ता के लिए BIS नियम लागू होते हैं। यह गुणवत्ता के समान स्तर को दर्शाता है, लेकिन ग्राहकों को यह नहीं पता होता है कि उन्हें कौन सा टायर खरीदना चाहिए। क्योंकि सभी टायर बीआईएस सर्टिफिकेट के साथ आते हैं।
10 फीसदी तक बचेगा ईंधन
माना जा रहा है कि 5-स्टार रेटिंग वाले टायरों के इस्तेमाल से 10 फीसदी तक ईंधन की बचत की जा सकती है। साथ ही इसमें टायर की सेफ्टी और स्किड एबिलिटी का भी जिक्र होगा।
क्या होगा फायदा?
ARAI भारी उद्योग मंत्रालय के तहत आता है। ARAI के मुताबिक नए नियम से यात्रा पहले से ज्यादा आरामदायक हो जाएगी। स्टार रेटिंग शुरू करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि टायर ज्यादा ईंधन कुशल और विश्वसनीय हो। इससे तेल की खपत को 10 फीसदी तक कम किया जा सकता है। इन रेटिंग से इस बात का भी अंदाजा हो जाएगा कि घुमावदार और धूल भरी सड़कों पर टायर की पकड़ कैसी है। साथ ही इस रेटिंग में यह भी जानकारी दी जाएगी कि कौन सा टायर कितना ईंधन बचाता है।
घटिया टायरों का बंद होगा आयात
रिपोर्ट के मुताबिक, स्टार रेटिंग के जरिए घटिया टायरों के आयात पर भी पाबंदी लगाने की सरकार की योजना है। सरकार के इस कदम से आत्मनिर्भर भारत मिशन को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे घरेलू कंपनियां बेहतर टायर बना सकेंगी।
टायर हुए महंगे
5 स्टार रेटिंग वाले टायरों की थोड़े महंगे हो सकते हैं। हालांकि अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि सामान्य टायरों की तुलना में स्टार रेटिंग वाले टायरों की कीमत कितनी ज्यादा होगी। रूस-यूक्रेन जंग की वजह से टायर की कीमतों में इस वर्ष 8 से 12 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। कच्चा माल और कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण टायर उत्पादक कंपनियों ने टायर की कीमतों में इजाफा किया है।