नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की लगातर बढ़ती कीमतों से आम उपभोक्ता काफी परेशान है। ऑटो उद्योग संगठन SIAM (सियाम) ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम करने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए सीएनजी की कीमतों में भी कटौती की मांग की है। यह मांग ऐसे समय में आई है जब 2022 में पेट्रोल और डीजल के साथ तालमेल रखते हुए सीएनजी की कीमतें देश भर में कई गुना बढ़ गई हैं।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने रविवार को ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित कई अन्य लोगों को टैग करते हुए कहा कि ऑटो उद्योग पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम करने के सरकार के कदम का स्वागत करता है। उद्योग निकाय ने ट्विटर पर कहा, "यह मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने और आखिरकार आम आदमी की मदद करने में मदद करेगा।"
सियाम ने आगे कहा कि ऑटो उद्योग भी सीएनजी की कीमतों पर इसी तरह के समर्थन के लिए उत्सुक है, जिसमें पिछले सात महीनों में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सियाम ने लिखा, "सीएनजी की कीमतों को समर्थन आम आदमी की मदद करेगा, सार्वजनिक परिवहन की सुविधा प्रदान करेगा और एक स्वच्छ वातावरण में योगदान देगा।"
उद्योग निकाय ने स्टील और प्लास्टिक उत्पादों के लिए कच्चे माल के लिए आयात शुल्क में कमी और स्टील इंटरमीडिएट पर निर्यात शुल्क में बढ़ोतरी का भी अनुरोध किया, जिससे उसे उम्मीद है कि घरेलू बाजार में स्टील की कीमतों में कमी आएगी।
महंगी हुई सीएनजी
पेट्रोल-डीजल की कीमत में कमी से पहले, राजधानी दिल्ली में शनिवार को सीएनजी के दाम दो रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ा दिए गए। यह बीते दो महीनों के दौरान सीएनजी की कीमत में 13वीं वृद्धि है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड आईजीएल की वेबसाइट पर साझाा जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में सीएनजी का दाम बढ़कर 75.61 रुपये हो गया है।
गौरतलब है कि अभी तक दिल्ली में सीएनजी 73.61 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिक रही थी। सीएनजी का दाम सात मार्च के बाद से अब तक प्रति किलो पर 19.60 रुपये बढ़ गया है।
ऐसे समय में की मांग
सियाम की अपील वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शनिवार को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये लीटर की कटौती की घोषणा के बाद आई है ताकि ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी से बचा जा सके। इस उत्पाद शुल्क में कटौती के साथ, पेट्रोल और डीजल दोनों पर केंद्रीय कर को कम कर दिया गया है, जिससे मोटर चालकों और आम लोगों को कुछ राहत मिली है।
इससे पहले, केंद्र सरकार ने पिछले साल नवंबर में पेट्रोल पर 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क कम किया था। टैक्स में की गई लेटेस्ट कटौती के साथ, पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क क्रमशः 13 रुपये प्रति लीटर और 16 रुपये प्रति लीटर कम हो गया है।