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नई दिल्ली। राजस्थान में चार राज्यसभा सीटों के लिए हो रहे चुनाव दिलचस्प होते जा रहे हैं। सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी को यहां तीनों सीटों पर जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। हर बार की तरह विधायकों के मान-मनौव्वल से लेकर रिजॉर्ट में ठहराने का जिम्मा सीएम अशोक गहलोत ने खुद अपने हाथों में ले रखा है। सीएम एक-एक कर बीमार विधायकों से मिलने उनके घर तक जा रहे हैं और उन्हें वोट देने के लिए अनुरोध तक करते हुए दिखाई दे रहे हैं। 

इधर टीम गहलोत निर्दलीयों के साथ-साथ छोटी पार्टियों के विधायकों पर भी नजर रख रही है। लेकिन इस बार ये विधायक गहलोत को सरकार पर संकट के समय किए गए पुराने वादे याद दिलाते हुए नजर आ रहे हैं। विधायकों का दो टूक कहना है कि सरकार बचाने को लेकर सीएम हमारा अहसान मानते हैं। लेकिन उस दौरान किए गए वादे आजतक पूरे नहीं किए गए। सीएम वादा कर कुछ माह बाद ही सब कुछ भूल जाते हैं।  

विधायकों को मनाने में जुटे सीएम
मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े विश्वस्त सूत्रों ने अमर उजाला को बताया कि राज्यसभा चुनाव को देखते हुए एक बार सीएम गहलोत एक- एक विधायक को मनाने में जुटे हुए हैं। उन्होंने बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले सभी विधायकों को राजी कर लिया है। इस बार सीएम ने उन्हें क्या आश्वासन दिया है अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। जबकि कांग्रेस खेमे के ही नाराज विधायकों को भी सीएम का साथ मिल गया है।

कांग्रेस विधायकों की मांग को सीएम ने मान लिया है। सीएम अब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, बीटीपी और निर्दलीय विधायक बलजीत यादव सहित कुछ अन्य विधायकों को मनाने में लगे हैं। इसके लिए देर रात तक बैठकों का दौर जारी है। निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने भाजपा और कांग्रेस के सामने अपनी शर्ते रखी हैं। उनकी शर्तों को पूरा करने का लिखित वादा करने वालों को ही वोट देने की बात कही है। बीटीपी के दोनों विधायकों ने सीएम से पुराने किए वादे को जल्दी पूरा करने की शर्तें रखी हैं। जबकि माकपा के बलवान पूनिया ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

कांग्रेस ने तीन सीटों के लिए पूरे किए अपने नंबर
राज्यसभा चुनाव में फिलहाल चार दिन का समय बचा हुआ है। लेकिन इसी बीच कांग्रेस ने अपनी तीन सीटों पर जीत की राह आसान कर ली है। तीनों सीटों के लिए जो नंबर की जरूरत है उसे कांग्रेस ने जुटा लिया है। अब अगर कोई निर्दलीय एनवक्त पर पाला नहीं बदलता है, तो तीनों सीटे कांग्रेस की झोली में जाएंगी। सोमवार दोपहर तक कांग्रेस का आंकड़ा 120 तक पहुंच गया है। बीटीपी के दो विधायकों को छोड़ बाकी सभी विधायकों को कांग्रेस ने मना लिया। अभी बाड़ेबंदी में कुल 114 विधायक मौजूद हैं। माना जा रहा है कि बीटीपी के दोनों विधायक भी सोमवार रात तक मना लिए जाएंगे।

फिलहाल ये है बाड़ेबंदी की स्थिति
जानकारों का कहना है कि एक उम्मीदवार की जीत के लिए 41 वोटों की जरूरत है। ऐसे में कांग्रेस को तीन सीटों पर जीत के लिए 123 वोट की जरूरत होगी। पार्टी के लिए भले ही तीनों उम्मीदवार समान हों लेकिन चुनाव के मॉक पोल में ऐसा होने की उम्मीद नहीं है। इसमें रणदीप सुरजेवाला पहले, मुकुल वासनिक दूसरे और प्रमोद तिवारी तीसरे नंबर पर रहेंगे। यानी सुरजेवाला और वासनिक को कांग्रेस के 41-41 वोट मिलेंगे। वहीं, प्रमोद तिवारी को कांग्रेस के 26 वोटों के साथ निर्दलीयों के भरोसे रहना होगा।

सोमवार दोपहर तक कांग्रेस पार्टी ने अपने पास 124 वोट जुटा लिए हैं। इनमें कांग्रेस के 108, 12 निर्दलीय, बीटीपी और माकपा के 2-2 और आरएलडी के एक विधायक का वोट कांग्रेस को जाना तय है। ऐसे में कांग्रेस के 125 वोट पक्के दिख रहे हैं। फिलहाल कांग्रेस की बाड़ेबंदी में 108 में से 100 विधायक मौजूद हैं। इसके अलावा 13 निर्दलीय में से 11 विधायक भी पहुंच गए हैं। 

संयम लोढ़ा और बलजीत यादव के भी आने की सूचना है। कांग्रेस को कुल 126 का समर्थन है। इनमें से उदयपुर में बाड़ाबंदी में 114 विधायक मौजूद हैं। दो बीटीपी के विधायकों ने शर्तें रखी हैं, उन्हें मनाने का प्रयास चल रहा है। सदन में 71 भाजपा और तीन आरएलपी के विधायक हैं।