बेंगलुरु। रणजी ट्रॉफी के फाइनल में मुंबई और मध्य प्रदेश की टीम आमने-सामने है। मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। पहले दिन का खेल खत्म होने तक मुंबई ने पांच विकेट गंवाकर 248 रन बना लिए हैं। फिलहाल सरफराज खान 125 गेंदों पर 40 रन और शम्स मुलानी 43 गेंदों पर 12 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की ओर से अनुभव अग्रवाल और सारांश जैन ने दो-दो विकेट लिए। वहीं, कुमार कार्तिकेय को एक विकेट मिला।
पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई की शुरुआत अच्छी रही। कप्तान पृथ्वी शॉ अर्धशतक बनाने से चूक गए। वह 79 गेंदों पर 47 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें अनुभव अग्रवाल ने क्लीन बोल्ड किया। पृथ्वी और यशस्वी के बीच पहले विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी हुई।
यशस्वी जायसवाल ने इसके बाद अरमान जाफर के साथ मिलकर 33 रन की साझेदारी की। अरमान 26 रन बनाकर कार्तिकेय की गेंद पर यश को कैच थमा बैठे। सुवेद पारकर 18 रन ही बना सके। उन्हें सारांश ने आदित्य श्रीवास्तव के हाथों कैच कराया। हार्दिक तमोरे 24 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें सारांश ने रजत पाटीदार के हाथों कैच कराया।
कप्तान पृथ्वी शॉ के नेतृत्व में मुंबई की टीम को खिताब का दावेदार माना जा रहा है। 41 बार की चैंपियन मुंबई अपनी ट्रॉफियों की संख्या बढ़ाने उतरेगी तो मध्य प्रदेश पहला खिताब जीतना चाहता है। मध्य प्रदेश की टीम ने फाइनल तक के सफर में गुजरात, पंजाब और बंगाल जैसी मजबूत टीमों को हराया है। उसका जोश भी हाई है।
कोच चंद्रकांत के पास अधूरा सपना पूरा करने का अवसर
मध्य प्रदेश ने दूसरी बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले मध्य प्रदेश ने 1998-99 में फाइनल में प्रवेश किया था। उस समय चंद्रकांत पंडित टीम के कप्तान थे। इस बार वह टीम के कोच हैं। 23 साल पहले चंद्रकांत पंडित जिस खिताब से कर्नाटक से हारकर चूक गए थे। उसे वे अब कोच के रूप में हासिल करना चाहते हैं।
वहीं, मुंबई के कोच अमोल मजूमदार उनके गुरु भाई हैं। चंद्रकांत और अमोल ने रमाकांत आचरेकर के नेतृत्व में क्रिकेट का ककहरा सीखा था। दोनों ही खिलाड़ी के रूप में मुंबई की ओर से खेल चुके हैं। अब दोनों विरोधी टीमों से कोच हैं।
मध्य प्रदेश का फाइनल तक का सफर
एलीट ग्रुप ए में गुजरात को 106 रन से हराया।
एलीट ग्रुप ए मेघालय को पारी और 301 रन से शिकस्त दी।
एलीट ग्रुप ए में केरल से ड्रॉ खेला।
क्वार्टर फाइनल में पंजाब को 10 विकेट से पराजित किया।
सेमीफाइनल में बंगाल पर 174 रन से जीत दर्ज की।
14 अंक लेकर एलीट ग्रुप ए में मध्यप्रदेश की टीम शीर्ष पर रही।
मुंबई का फाइनल तक का सफर
एलीट ग्रुप डी में सौराष्ट्र से ड्रॉ खेला।
एलीट ग्रुप डी में गोवा को 119 रन से हराया
ओडिशा को पारी और 108 रन से हराया।
क्वार्टर फाइनल में उत्तराखंड को 725 रन से हराया। यह क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी जीत है।
सेमीफाइनल में उत्तर प्रदेश को पारी की बढ़त के आधार पर हराया।
16 अंक लेकर एलीट ग्रुप डी में मुंबई की टीम शीर्ष पर रही।