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जालंधर (पंजाब)। जालंधर देहात पुलिस ने पंजाब के बड़े गैंगस्टर नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए पिंदा निहालुवालियां गैंग के 13 शार्प शूटरों और उन्हें पनाह देने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से 11 रिवाल्वर, आठ लाख रुपये की विदेशी करेंसी और दो वाहन बरामद किए गए हैं। एसएसपी देहात स्वप्न शर्मा ने यह जानकारी दी। 

एसएसपी देहात स्वप्न शर्मा ने बताया कि थाना लोहियां की पुलिस ने गुप्त सूचना पर गैंगस्टरों को पकड़ा है। सभी 13 गैंगस्टर हिस्ट्रीशीटर हैं, जिनके खिलाफ हत्या, फिरौती और लूटपाट के जालंधर, कपूरथला, फिरोजपुर, तरनतारन और बठिंडा में 24 के करीब आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसएसपी ने बताया कि पुलिस पिछले तीन हफ्तों से गैंगस्टरों की लोकेशन ट्रेस कर रही थी जो अक्सर ट्रेसिंग एप का इस्तेमाल कर वारदात को अंजाम देकर निकल जाते थे। इस बार पुलिस पार्टी पूरी तरह से सजग थी और नाके से ट्रैप लगाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। 

गैंगस्टरों में 13 शूटर सुनील मसीह उर्फ जीणा, रविंदर उर्फ रवि, प्रदीप सिंह, मनजिंदर सिंह उर्फ शवी, सुखमन सिंह उर्फ सुभा वासी लोहियां जालंधर, संदीप उर्फ डल्ली, मेजर सिंह, अप्रैल सिंह उर्फ शेरा, बलविंदर सिंह उर्फ गुड्डा, सुलिंदर सिंह सभी वासी नकोदर जालंधर, सतपाल उर्फ सत्ता वासी मक्खू फिरोजपुर, दविंदर पाल उर्फ दीपू और सतवंत सिंह उर्फ जग्गा वासी शाहकोट जालंधर शामिल है। पनाह और लॉजिस्टिक स्पोर्ट देने वाले छह आरोपियों में अमरजीत उर्फ अमर, बलवीर मसीह, ऐरक तीनों वासी लोहियां, हरविंदर सिंह वासी शाहकोट और बचित्तर सिंह वासी कपूरथला शामिल हैं। 

गौंडर गैंग का करीबी रहा है पिंदा
पुलिस ने गैंगस्टरों के पास से छह पिस्टल 32 बोर, तीन पिस्टल 315 बोर, एक बंदूक 315 बोर, एक बंदूक 12 बोर कुल 11 हथियार, आठ लाख रुपये की विदेशी करंसी और दो कारें बरामद की हैं। एसएसपी ने बताया कि पिंदा निहालुवालियां गैंग का सरगना पुलिस की वर्दी में नाभा जेल ब्रेक करने वाला पलविंदर सिंह पिंदा गौंडर गैंग का करीबी रहा है और ग्रीस में बैठे साथी परमजीत उर्फ पम्मा वासी शाहकोट जालंधर के साथ मिलकर गैंग को चला रहा है। उन्होंने बताया कि परमजीत उर्फ पम्मा ही पिंदा गैंग को फाइनेंस करता है और अमरजीत सिंह उर्फ अमर को हवाला के जरिए विदेशी करंसी भेजता था जो आगे अलग-अलग वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार, रहने के लिए जगह और आने-जाने के लिए वाहनों के इंतजाम में खर्च होती थी।

नाभा जेल ब्रेक के बाद पिंदा ने बनाया अपना गैंग, 6 साल से सक्रिय
एसएसपी स्वप्न शर्मा ने बताया कि नाभा जेल ब्रेक के बाद गैंगस्टर पिंदा ने नए लड़कों को जोड़ना शुरू किया और विक्की गौंडर गैंग से अलग पिंदा गैंग बनाया। पिंदा ने नाभा जेल ब्रेक के बाद 2013 में पुलिस के पकड़ने पर एएसआई को गोली मार दी थी और फरार हो गया था। पिंदा 2018 में गौंडर की मौत के बाद और एक्टिव हो गया और उसने जालंधर के लोहियां, शाहकोट और नकोदर के लड़कों को साथ लेकर मजबूत गैंग बना लिया। उसके बाद जालंधर और बठिंडा में कत्ल, जबरी वसूली, हाईवे आर्म्ड डकैती, लूटपाट और फिरौती के लिए काम करना शुरू कर दिया।