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नई दिल्ली। भारतीय हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी और ओलंपिक पदक जीत चुके बीरेंद्र लाकड़ा पर दोस्त की हत्या के संगीन आरोप लगे हैं। लाकड़ा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी महिला मित्र मनजीत टेटे के साथ मिलकर अपने बचपन के दोस्त आनंद टप्पो की हत्या की है। यह आरोप आनंद के पिता बंधन टोप्पो ने लगाए हैं।

आनंद का शव 26 फरवरी को भुवनेश्वर के एक घर में मिला था। हालांकि, इस संबंध में बीरेंद्र की ओर से कोई बयान नहीं आया है। इस नए विवाद ने भारतीय खेल जगत को झकझोर कर रख दिया है। लाकड़ा दूसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जिन पर हत्या का आरोप लगा है।

स्टार पहलवान सुशील कुमार साथी पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के आरोप में पहले से ही तिहाड़ जेल में हैं। हम आपको क्रिकेट से इतर भारतीय खेल जगत के उन पांच बड़े विवादों के बारे में बता रहे हैं, जिसने भारत नहीं बल्कि पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया।

1. बीरेंद्र लाकड़ा
खेल जगत में सबसे ताजातरीन मामला हॉकी खिलाड़ी बीरेंद्र लाकड़ा का है। उन पर दोस्त आनंद टोप्पो की हत्या के आरोप हैं। आनंद के पिता कहा है कि चार माह से वह लाकड़ा पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए भटक रहे हैं। मृतक के पिता ने पुलिस पर डीएसपी पद पर तैनात हॉकी खिलाड़ी को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मजबूरी में उन्हें आरोप सार्वजनिक करना पड़ रहा है।
 
बीरेंद्र लाकड़ा का बचपन का दोस्त आनंद इस साल फरवरी में भुवनेश्वर में लाकड़ा के फ्लैट में मृत मिला था। उल्लेखनीय है कि 32 वर्षीय वीरेंद्र लाकड़ा टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने एशिया कप में टीम का नेतृत्व भी किया था। बंधन ने बताया कि बीरेंद्र और हम पड़ोसी थे। आनंद उसका बचपन का दोस्त था। 

बंधने ने बताया- 28 फरवरी को बीरेंद्र ने मुझे फोन किया कि आनंद बेहोश है, उसे हॉस्पिटल ले जा रहे हैं। बाद में बताया कि उसकी मौत हो गई। हमने उससे पूछा यह कैसे हुआ तो उसने कहा कि आप भुवनेश्वर आ जाइए। भुवनेश्वर पहुंचने पर पुलिस ने बताया कि आनंद ने आत्महत्या की है, लेकिन वहां सुसाइड नोट नहीं मिला। काफी जिद के बाद हमें आनंद की बॉडी दिखाई गई। उन्होंने देखा कि उसकी गर्दन पर हाथों के निशान थे, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या बताया गया।

आरोप- आनंद की हत्या के समय लाकड़ा के साथ एक लड़की भी थी
बंधन ने आरोप लगाया है कि आनंद की मौत के समय फ्लैट में लाकड़ा के साथ एक लड़की भी थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि मेरे बेटे की हत्या के समय चार लोग थे। उन्होंने कहा कि वह एफआईआर दर्ज करवाने के लिए परेशान हो रहे हैं लेकिन पुलिस आरोपियों का बचाव कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें ओडिशा पुलिस पर भरोसा नहीं है। इसकी जांच स्वतंत्र रूप से कराई जाए। लाकड़ा इस समय पूर्व कप्तान और कोच सरदार सिंह की निगरानी में बंगलूरू में चल रहे नेशनल कैंप में प्रशिक्षण ले रहे हैं।

2. पहलवान सुशील कुमार गिरफ्तार
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार और उसके साथियों पर युवा रेसलर सागर धनकर और उसके दो दोस्तों के सोनू और अमित कुमार के साथ मारपीट करने का आरोप है। बाद में सागर की चोट लगने से मौत हो गई थी। इस केस से जुरा एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें सुशील कुमार हॉकी स्टिक लेकर कुछ लोगों को मार रहे हैं।

इसी को सबूत बनाकर सुशील कुमार को पकड़ा गया। हालांकि, सुशील इस घटना के बाद फरार हो गए थे और कई दिनों बाद गिरफ्त में आए थे। इस मामले में पुलिस ने सुशील कुमार को मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड बताया था। फिलहाल सुशील तिहाड़ जेल में बंद हैं।

3. महिला साइकिलिस्ट ने कोच पर लगाया यौन शोषण का आरोप
एशियाई चैंपियनशिप की तैयारियों के लिए स्लोवेनिया गई भारतीय साइकिलिंग टीम की महिला सदस्य ने टीम के स्प्रिंट चीफ कोच पर ही यौन प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। यह विवाद इतना बढ़ा कि स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (भारतीय खेल प्राधिकरण/SAI) ने जांच और पूछताछ के लिए कोच समेत स्लोवेनिया गए सभी एथलीट्स को वापस बुलाया लिया। शुरुआती जांच के बाद साई ने कोच को बर्खास्त भी कर दिया। 

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, महिला साइकिलिस्ट की ओर से की गई शिकायत के मुताबिक चीफ कोच ने 29 मई को उनका यौन शोषण किया। चीफ कोच की ओर से दो बार ऐसी कोशिश की गई। शिकायत के मुताबिक जब वह स्लोवेनिया पहुंचीं तो जहां उन्हें ठहराया जाना था, वहां कमरों की कमी थी।

आरोप है कि चीफ कोच ने महिला साइकिलिस्ट से कहा कि वह उनके कमरे में साथ ठहर सकती हैं। हालांकि, भारतीय साइकिलिंग महासंघ ने महिला एथलीट को अलग से कमरा उपलब्ध करा दिया। इस घटना के दो दिन बाद चीफ कोच फिर से उस महिला एथलीट के साथ उत्पीड़न की कोशिश की। इसके बाद महिला एथलीट ने ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट के साथ मिलकर घटना की शिकायत टॉप्स सीईओ पीके गर्ग को कर दी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।

4. पिंकी प्रमाणिक स्कैंडल
जून 2012 में एक ऐसा मामला सामने आया था, जिसने भारतीय खेल जगत को झकझोर कर रख दिया था। पुलिस ने एक महिला एथलीट को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया था। उस महिला एथलीट पर यह भी आरोप था कि वह पुरुष है। यह एथलीट कोई और नहीं बल्कि मध्य दूरी की धाविका और एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पिंकी प्रमाणिक हैं। 

पिंकी पर उनकी लिव-इन पार्टनर ने बलात्कार और मारपीट का आरोप लगाया था। इस शिकायत पर 14 जून को पिंकी को गिरफ्तार किया गया था। पिंकी पर कई धाराओं में आरोप लगे थे।

पिंकी की लिव-इन पार्टनर ने अधिकारियों से शिकायत की थी कि पिंकी एक पुरुष हैं और पिंकी ने उनका यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद ही पिंकी को गिरफ्तार कर लिया गया था। आगे की जांच के लिए टेस्ट के लिए कहे जाने पर पिंकी ने मीडिया से कहा था- मैंने एक एथलीट के रूप में अपने करियर में कई टेस्ट दिए हैं। मुझे और अधिक हास्यास्पद टेस्ट के लिए क्यों सहमत होना चाहिए?

पिंकी 2006 के दोहा एशियाई खेलों में 4×400 मीटर रिले में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। पिंकी को 14 जून 2012 को गिरफ्तार किया गया था। एथलीट की गिरफ्तारी से देशभर में गुस्सा का माहौल था। कई लोगों ने लैंगिक भेदभाव के आरोप लगाए और इसे गलत बताया था। हालांकि, पिंकी को 11 जुलाई को जमानत पर रिहा कर दिया गया था।

5. हॉकी सेक्स स्कैंडल
भारतीय हॉकी के पूर्व खिलाड़ी एमके कौशिक
भारत में हॉकी में कई मुद्दों पर विवाद होता रहा है। चाहे वह खिलाड़ियों का बकाया सैलरी हो या पुरस्कार राशि का वितरण हो। खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार और रिश्वत को लेकर भी हॉकी में कई मामले सामने आए, लेकिन इस खेल में पूरे देश को शर्मसार करने वाली घटना जुलाई 2010 में सामने आई थी। इस घटना ने भारतीय महिला हॉकी को हिलाकर रख दिया था।

यह घटना तब सामने आई जब एक वरिष्ठ महिला हॉकी खिलाड़ी रंजीता देवी ने अधिकारियों को शिकायत लिखकर आरोप लगाया था कि एक कोचिंग स्टाफ ने कनाडा और चीन के दौरे के दौरान यौन संबंध बनाने के लिए दबाव डाला था और अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया था।

हॉकी इंडिया (एचआई) के महासचिव नरेंद्र बत्रा ने बताया था कि हॉकी टीम की एक महिला खिलाड़ी ने लिखित रूप में कोच और टीम के वीडियोग्राफर बासवराज की शिकायत की थी। खिलाड़ी ने साफतौर पर लिखा था कि टीम के कोच खिलाड़ियों का यौन शोषण करने की कोशिश करते थे। उस वक्त भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच एमके कौशिक थे। कौशिक ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाली 1980 की भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। इसके बाद जांच कमेटी भी गठित की गई थी। 

बत्रा ने बताया कि शिकायत में भारतीय टीम के वीडियोग्राफर बासवराज पर विदेशी दौरे के दौरान वेश्याओं के साथ यौन संबंध बनाने का भी आरोप लगाया गया था। इसके साथ ही वीडियोग्राफर की वेश्याओं के साथ पांच तस्वीरें भी उन्हें मेल की गई थीं। 

सिर्फ रंजीता ही नहीं, कुछ दिन बाद कई अन्य खिलाड़ी भी आगे आए और कौशिक के खिलाफ शिकायत की। कौशिक ने इसके बाद कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था। मामला अभी भी अदालतों में चल रहा है। स्कैंडल के बाद हॉकी इंडिया ने पूर्व कोच कौशिक और वीडियोग्राफर बासवराज की भविष्य में कभी सेवाएं नहीं लेने का एलान किया था। कौशिक का पिछले साल कोरोना की वजह से निधन हो गया था।

6. विजेंद्र सिंह हेरोइन स्कैंडल
स्टार भारतीय मुक्केबाज और ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर सिंह गलत कारणों से रातोंरात मीडिया सनसनी बन गए। उन पर एक ड्रग डीलर अनूप सिंह कहलों के साथ कथित संलिप्तता का आरोप लगा था। तब मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि विजेंद्र के फोन रिकॉर्ड ने उनके पेडलर के साथ संबंधों को साबित कर दिया था। 

पुलिस ने तीन मार्च 2013 को 540 ग्राम हेरोइन रखने के आरोप में कहलों और कुलविंदर सिंह को गिरफ्तार करने के बाद ड्रग रैकेट का खुलासा किया था। विजेंदर, जो हरियाणा पुलिस में भी हैं, उन्होंने आगे की जांच के लिए ब्लड और बालों के सैंपल देने से इनकार कर दिया था। हरियाणा पुलिस का दावा था कि दिसंबर 2012 से फरवरी 2013 के बीच विजेंदर ने 12 बार ड्रग्स का इस्तेमाल किया था।

मई 2013 में विजेंदर सिंह को तब थोड़ी राहत मिली, जब पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले की विशेष अदालत के जज ने राज्य पुलिस की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने हेरोइन लेने की पुष्टि करने के लिए विजेंदर के बालों, नाखूनों और ब्लड सैंपल लेने के निर्देश देने की मांग की थी। बाद में युवा मामले और खेल मंत्रालय ने ड्रग केस से विजेंदर का नाम हटा दिया था।

विजेंदर भी बाद में जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हो गए थे और जब रिपोर्ट सामने आई तो उन्हें राहत मिली। रिपोर्ट में कहा गया था- खेल मंत्रालय को यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि सैंपल की टेस्टिंग के आधार पर किसी भी मुक्केबाज ने हाल के दिनों में किसी भी प्रतिबंधित पदार्थ का इस्तेमाल नहीं किया था।