नई दिल्ली। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) ने सोमवार को नए प्रमुख रक्षा अध्यक्ष यानी सीडीएस का कार्यभार संभाल लिया। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान देश के दूसरे सीडीएस है। कार्यभार संभालने से पहले सुबह वह राष्ट्रीय युद्ध समारक गए और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका पद सेना के तीनों अंगों यानि थलसेना (Army), वायुसेना (Air Force) और नौसेना (Navy) के प्रमुखों से ऊपर होगा।
शुक्रवार को अपना पदभार संभालने से पहले जनरल अनिल चौहान सुबह नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचें और वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनके बुजुर्ग पिता भी मौजूद थे। इसके बाद नए सीडीएस साउथ ब्लॉक पहुंचें जहां सेना के तीनों अंगों की टुकड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और सह-नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल एस एन घोरमाडे भी मौजूद थे (नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार इन दिनों आस्ट्रेलिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं)।
सुरक्षा चुनौतियों से सेनाएं संयुक्त रूप से निपटेंगी
कार्यभार संभालने के बाद मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि देश के सामने मौजूद सुरक्षा चुनौतियों से सेनाएं संयुक्त रूप से निपटेंगी। उन्होनें कहा कि सीडीएस के रूप में मनोनीत किया जाना उनके लिए गर्व की बात है। जनरल चौहान ने कहा कि नए सीडीएस से सेना, सरकार और नागरिकों को आशाएं और उम्मीदें हैं, जिसे वह अपनी पूर्ण क्षमताओं के साथ पूरा करेंगे।