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0 ऊंचाई वाले इलाकों में किया जाएगा तैनात

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना सोमवार को देश में विकसित हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर (एलसीएच) को औपचारिक रूप से अपने बेड़े में शामिल करेगी। इससे वायुसेना की ताकत में और वृद्धि होगी क्योंकि यह बहुपयोगी हेलीकाप्टर कई मिसाइल दागने और हथियारों का इस्तेमाल करने में सक्षम है। एलसीएच को सार्वजनिक उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने विकसित किया है और इसे ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात करने के लिए प्राथमिक रूप से डिजाइन किया गया है।

किया जा चुका है परीक्षण 
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि इस हेलीकाप्टर को जोधपुर स्थित वायुसेना के ठिकाने पर आयोजित कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की उपस्थिति में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 5.8 टन वजन के और दो इंजन वाले इस हेलीकाप्टर से पहले ही कई हथियारों के इस्तेमाल का परीक्षण किया जा चुका है।

10 वायुसेना के लिए और पांच थल सेना के लिए होंगे हेलीकाप्टर
गौरतलब है कि इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) की बैठक में, स्वदेश विकसित 15 एलसीएच को 3,887 करोड़ रुपये में खरीदने की मंजूरी दी गई थी। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इनमें से 10 हेलीकाप्टर वायुसेना के लिए और पांच थल सेना के लिए होंगे।

95 एलसीएच हासिल करने की योजना
एलसीएच 'एडवांस लाइट हेलीकाप्टर' ध्रुव से समानता रखता है। इसमें कई में 'स्टील्थ' (रडार से बचने की) विशेषता, बख्तर सुरक्षा प्रणाली, रात को हमला करने और आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता है। वायुसेना निकट भविष्य में और एलसीएच हेलीकाप्टर हासिल करेगी। सेना की भी पर्वतीय क्षेत्र में युद्धक भूमिका के लिए 95 एलसीएच हासिल करने की योजना है।