
मुंबई। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना और एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना के बीच टकराव दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने 39 विधायकों के साथ स्वर्गीय बाल ठाकरे के स्मृतिदिवस से ठीक एक दिन पहले बुधवार को शिवाजी पार्क स्थित स्मारक का दौरा किया था श्रद्धांजलि दी थी। मुख्यमंत्री शिंदे के जाने के बाद उद्धव गुट के शिवसैनिकों की ओर से स्मारक को गोमूत्र और पानी से धोकर शुद्धिकरण करने का मामला सामने आया है। बालासाहेब ठाकरे की आज यानी 17 नवंबर को पुण्यतिथि है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने विरोधी खेमे के साथ किसी भी प्रकार के टकराव से बचने के लिए बालासाहेब की पुण्यतिथि से एक दिन पहले ही स्मारक पर पहुंचने का फैसला किया था। जैसे ही एकनाथ शिंदे शिवाजी पार्क से बाहर निकले उद्धव ठाकरे गुट के शिवसैनिक स्मारक स्थल पर पहुंचकर उस पर गोमूत्र और पानी छिड़कर सफाई की।
गौमूत्र से सफाई पर क्या बोली शिंदे गुट की शिवसेना?
उद्धव गुट के शिवसैनिकों की ओर से स्मारक को गौमूत्र से साफ करना शिंदे गुट के शिवसैनिकों नागवार गुजरी है और उन्होंने इस कृत्य की निंदा की है। स्मारक को गोमूत्र से साफ किए जाने पर शिंदे गुट की शिवसेना के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा, हम इस कृत्य की निंदा करते हैं। बालासाहेब किसी एक व्यक्ति या पार्टी के नेता नहीं थे... उन्हें हर पार्टी द्वारा पूजा और सम्मानित किया जाता है।
गुरुवार को उद्धव ठाकरे भी पहुंचे थे स्मारक पर
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को अपने पिता और शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की पुण्यतिथि पर उनके स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उद्धव ठाकरे के साथ उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे, बेटे और राज्य के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे तथा उनकी अगुवाई वाली शिवसेना के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता थे। उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी सरकार शिंदे के विद्रोह के बाद इस साल जून में गिर गई थी। बाद में शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए।