0 सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच की मांग
नई दिल्ली। विपक्षी पार्टियों के दल इंडिया गठबंधन के 20 सांसद इसी हफ्ते वीकेंड पर मणिपुर जा रहे हैं। ये लोग राज्य में हालात का जायजा लेंगे और वहां से लौटकर सरकार और संसद से मणिपुर समस्या के हल को लेकर सिफारिश करेंगे।
वहीं, सांसदों के दल के दल के मणिपुर जाने से पहले लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने मणिपुर मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से कराने की मांग की है। गोगोई के मुताबिक- भाजपा चाहती है कि मणिपुर में सब अच्छा-अच्छा ही दिखाया जाए, लेकिन वहां लगातार हिंसा हो रही है। इसलिए हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जांच करें कि कैसे वहां राज्य सरकार नाकाम रही। वहां लोगों को इतनी तादाद में हथियार कहां से मिले और प्रशासन क्या कर रहा है।
ये 20 सांसद जा रहे मणिपुर
अधीर रंजन चौधरी- कांग्रेस, गौरव गोगोई- कांग्रेस, फूलो देवी नेताम- कांग्रेस, सुष्मिता देव- टीएमसी, महुआ माझी- जेएमएम, कनिमोझी- डीएमके, मोहम्मद फैजल- एनसीपी, जयंत चौधरी- आरएलडी, मनोज कुमार झा- आरजेडी, एनके प्रेमचंद्रन- आरएसपी, टी थिरुमावलन- वीसीके, राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह- जेडीयू, अनील प्रसाद हेगड़े- जेडीयू, एए रहीम- सीपीआई-एम, संतोष कुमार- सीपीआई, जावेद अली खान- सपा, ईटी मोहम्मद बशीर- आईएमएल, सुशील गुप्ता- आप, अरविंद सावंत- शिवसेना (उद्धव गुट) व डी रविकुमार- डीएमके।
सुप्रीम कोर्ट में मणिपुर मामले की सुनवाई टली
इस बीच, मणिपुर मामले पर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार (28 जुलाई) को होने वाली सुनवाई टल गई है। इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच को करनी थी, लेकिन वे तबीयत खराब होने के चलते कोर्ट नहीं आए। इस वजह से जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच के सामने लंबित मामलों की सुनवाई आज नहीं हुई। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार (27 जुलाई) को सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट दाखिल कर बताया कि मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले की जांच CBI को सौंप दी गई है। गृह मंत्रालय ने कोर्ट से इस मामले की सुनवाई मणिपुर से बाहर ट्रांसफर करने की अपील की है।
इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना का वीडियो जिस मोबाइल से बनाया गया था, उसे भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने CBI को मोबाइल सौंप दिया है। वीडियो शूट करने वाले शख्स को भी अरेस्ट कर लिया गया है।