0 जिस राजभवन से गिरफ्तार हुए, 156 दिन बाद वहीं शपथ ली
रांची। हेमंत सोरेन झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री बने। जेल से निकलने के छठे दिन ही उन्होंने राज्य की कमान एक बार फिर से अपने हाथ में ले ली है। 24 साल के झारखंड में वे 13वें सीएम बन गए।
इसके साथ ही तीसरी बार राज्य के सीएम पद की शपथ लेने वाले वे तीसरे सीएम बन गए हैं। उनसे पहले उनके पिता शिबू सोरेन और बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा तीन बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं।
हेमंत सोरेन के इस शपथ को इसलिए भी खास माना जा रहा है कि 31 जनवरी को जिस राजभवन से उनकी गिरफ्तारी हुई थी, 156 दिन बाद दोबारा फिर से उन्होंने वहीं शपथ ली। हेमंत सोरेन इसे अपनी जीत और बीजेपी के षड्यंत्र की हार बता रहे हैं।
शपथ ग्रहण के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि वर्तमान महागठबंधन की सरकार ने 2019 से जनता की भावनाओं के अनुरूप सारी कार्य योजनाएं की। राजनीतिक उतार-चढ़ाव के बीच चंपाई सोरेन ने उसे आगे बढ़ाया क्योंकि मैं जेल में था। आज कोर्ट के आदेश से मैं बाहर आ पाया हूं। पुन: अपने कार्यभार को संभालते हुए अब आगे के काम किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा, जनता, पार्टी कार्यकर्ता सबकी शुभकामनाएं है और हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए हेमंत सोरेन फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में और तेजी से कार्य करेंगे। गांडेय मेरी प्राथमिकता है और रहेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा, हेमंत सोरेन को नई सरकार के गठन के लिए मैं बधाई देता हूं। हमें पूरी उम्मीद है कि वे सभी कार्यों को पूरा करेंगे।
झारखंड के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने कहा, यदि आप संविधान के अनुसार चलें, तो संविधान हम सभी से गरीबों की समस्या का समाधान करने की अपेक्षा करता है, यही अपेक्षा मेरी नई सरकार से भी है।
जेएमएम सांसद महुआ माजी ने कहा, झारखंड मुक्ति मोर्चा एक परिवार है कोई पार्टी नहीं, परिवार के तमाम सदस्य मिलकर सरकार चलाते हैं और जनता के लिए काम करते हैं। पहले भी अच्छा काम किया है, चंपाई सोरेन ने भी अच्छा काम किया और अब फिर से हेमंत सोरेन अच्छा काम करेंगे। जिस तरह से बिना किसी सबूत के ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया, उनके परिवार और जनता को दुख पहुंचा, ऐसे में जब में आए हैं तो लोगों में बहुत खुशी है। उन्होंने विकास के प्रति जो सपने देखे हैं वह पूरे होंगे, तेजी से विकास होगा।