0 कहा-जब कश्मीर में आतंकवाद हावी था, फारूक लंदन में महंगी मोटरसाइकिल चला रहे थे
श्रीनगर। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस जम्मू-कश्मीर में फिर आतंकवाद लाना चाहते हैं। लेकिन भाजपा आतंकवाद को पाताल तक दफन करके ही हम दम लेगी।
गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में चुनावी रैली कर रहे हैं। उन्होंने चेनानी और उधमपुर में लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह अब्दुल्ला और नेहरू ही हैं जो जम्मू और कश्मीर में 40,000 लोगों की हत्या के जिम्मेदार हैं। उस समय फारूक अब्दुल्ला कहां थे? वह गर्मियों में लंदन में छुट्टियां मना रहे थे और महंगी मोटरसाइकिल चला रहे थे। कोई पार्टी नहीं, सिर्फ भाजपा ने जम्मू और कश्मीर से आतंकवाद को खत्म किया है। शाह ने कहा कि हमारी देश की संसद पर जिस अफजल गुरु ने हमला करवाया उसकी फांसी की सजा का ये लोग विरोध कर रहे हैं। उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए।
उमर अब्दुल्ला साहब, आप आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते रहिए, लेकिन जो आतंक फैलाएगा, उसका जवाब फांसी के तख्ते पर ही दिया जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद जम्मू-कश्मीर में एक ऐसा चुनाव होने जा रहा है, जब यहां न धारा-370 है और न ही अलग झंडा है। जम्मू-कश्मीर 40 साल तक आतंकवाद की दहशत में रहा, 40,000 लोग मारे गए, 3,000 दिन कर्फ्यू रहा। हर दिन पाक प्रेरित आतंकवादी बम और गोलियां चलाते थे। हमारी सरकार ने धारा-370 को खत्म कर दिया। अब न पत्थरबाजी होती है, न ही गोलियां चलती हैं।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस, एनसी जम्मू-कश्मीर में फिर आतंकवाद लाना चाहते हैं। आतंकवाद को हम पाताल तक दफन करके ही हम दम लेंगे। उमर अब्दुल्ला और राहुल कह रहे थे कि हम जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र लाएंगे। किस मुंह से कह रहे हैं आप? अब्दुल्ला परिवार, मुफ्ती परिवार और नेहरू-गांधी परिवार ने 70 साल तक जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को बांध कर रखा। अभी-अभी राहुल गांधी यहां आए थे। उन्होंने कहा कि बाहर के लोग यहां शासन करते हैं, उनका मतलब उप-राज्यपाल जी से था। राहुल को पता होना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा राष्ट्रपति शासन अगर किसी के शासन में रहा तो वो इनकी नानी और पिताजी राजीव गांधी के समय में रहा है।