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0 कहा-आज महाराष्ट्र को नए संकल्पों के साथ बड़े लक्ष्यों की जरूरत 
पुणे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराष्ट्र में 11,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी, उद्घाटन किया और राष्ट्र को समर्पित किया।
श्री मोदी ने कहा,“ खराब मौसम के कारण दो दिन पहले मुझे पुणे में अपने कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा था।” उन्होंने रविवार के आभासी कार्यक्रम के लिए प्रौद्योगिकी को श्रेय दिया और कहा कि महाराष्ट्र विकास में एक नया अध्याय देख रहा है। प्रधानमंत्री ने आज जिला न्यायालय से स्वर्गेट तक पुणे मेट्रो खंड के उद्घाटन और पुणे मेट्रो चरण -1 के स्वर्गेट-कात्रज विस्तार की आधारशिला रखने का उल्लेख किया।
उन्होंने सावित्रीबाई फुले स्मारक की आधारशिला रखी, जिसमें कौशल विकास केंद्र, पुस्तकालय और अन्य आवश्यक सुविधाएं शामिल होंगी। इसके साथ ही शहर से सीधा हवाई संपर्क स्थापित करने के लिए सोलापुर हवाई अड्डे के उद्घाटन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “भगवान विट्ठल के भक्तों को भी आज एक विशेष उपहार मिला है।” श्री मोदी ने बताया कि टर्मिनल की क्षमता में वृद्धि हुई है और मौजूदा हवाई अड्डे के उन्नयन कार्य के पूरा होने के बाद यात्रियों के लिए नई सेवाएं और सुविधाएं बनाई गई हैं, जिससे भगवान विट्ठल के भक्तों के लिए सुविधा बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे से व्यवसाय, उद्योग और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और उन्होंने विकास परियोजनाओं के लिए महाराष्ट्र के लोगों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज महाराष्ट्र को नए संकल्पों के साथ बड़े लक्ष्यों की जरूरत है।" उन्होंने पुणे जैसे शहरों को प्रगति और शहरी विकास का केंद्र बनाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि पुणे मेट्रो के बारे में चर्चा वर्ष 2008 में शुरू हुई थी, लेकिन इसकी आधारशिला वर्ष 2016 में रखी गई, जब उनकी सरकार ने त्वरित निर्णय लिए। श्री मोदी ने महाराष्ट्र की प्रगति सुनिश्चित करने में विकास-संचालित शासन के महत्व को रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि इस निरंतरता में किसी भी तरह की बाधा से राज्य को काफी नुकसान हो सकता है। उन्होंने मेट्रो पहल से लेकर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन और किसानों के लिए महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजनाओं तक कई रुकी हुई परियोजनाओं पर प्रकाश डाला, जो डबल इंजन सरकार के आने से पहले ही विलंबित हो गई थीं।
प्रधानमंत्री ने बिडकिन औद्योगिक क्षेत्र के बारे में बात की, जो तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल के दौरान परिकल्पित ऑरिक सिटी का एक महत्वपूर्ण घटक है। दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे पर स्थित इस परियोजना को बाधाओं का सामना करना पड़ा है, लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में इसे पुनर्जीवित किया गया। प्रधानमंत्री ने सामाजिक परिवर्तन में महिला नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने महाराष्ट्र की महिला सशक्तीकरण की विरासत, विशेष रूप से सावित्रीबाई फुले के प्रयासों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने पहला बालिका विद्यालय खोलकर महिला शिक्षा के लिए आंदोलन शुरू किया था।