
0 गृह मंत्री शर्मा बोले- 12 केस सिर्फ डिजिटल अरेस्ट के
0 6 पुलिसकर्मी बनेंगे साइबर कमांडो
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 2024-25 में अब तक लोगों से 168 करोड़ की साइबर ठगी हुई है। इनमें 12 केस सिर्फ डिजिटल अरेस्ट के हैं। इस मामले में अब तक 347 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा सदस्य धरमलाल कौशिक की जगह अजय चंद्राकर ने सवाल पूछे। उन्होंने जानना चाहा कि प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट के कितने मामले सामने आए हैं। इसके जवाब में गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट के 12 प्रकरण आए हैं और सभी पर कार्रवाई हुई है।
इसके बाद श्री चंद्राकर ने साइबर क्राइम पर जानकारी मांगी। इस पर मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि साइबर क्राइम के माध्यम में 168 करोड़ से अधिक की ठगी हुई है। 5 करोड़ 20 लाख वसूल किए गए हैं। 4 करोड़ की राशि खातों में फ्रीज है। जिसे लोगों को दी जाएगी। मामले में 722 लोगों को चिन्हित किया गया है। इस मामले में अब तक 347 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। बाकी लोगों के गिरफ्तार करने की प्रक्रिया चल रही है। आरोपियों की संख्या इससे ज्यादा भी हो सकती है। 4427 बैंक अकाउंट होल्ड किया गया है।
श्री चंद्राकर ने साइबर क्राइम रोकने व इस मामले के प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को लेकर जानकारी मांगी। इस पर गृह मंत्री श्री शर्मा ने बताया कि प्रदेश में साइबर ठगी रोकने के लिए रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जगदलपुर और अंबिकापुर पांच रेंज में थानों को साइबर थाने के रूप में अपग्रेड किया गया, जिलों में एक-एक साइबर सेल बनाए गए हैं। यहां 69 लोग कार्यरत हैं। 6 पुलिसकर्मी साइबर कमांडो की ट्रेनिंग ले रहे हैं। 129 लोग स्पेशल ट्रेनिंग लेकर काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार भी 5 हजार पुलिस कर्मियों को साइबर कमांडो के रूप में तैयार कर रही है। साथ ट्रिपल आईटी के माध्यम से भी साइबर क्राइम की विवेचना के लिए तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
साइबर थानों में एडवांस्ड डिवाइस का इस्तेमाल
गृहमंत्री शर्मा ने कहा, कि सरकार ने दो करोड़ 77 लाख की लागत से साइबर भवन का निर्माण कराया है। यहां 51 लाख के सॉफ्टवेयर खरीदे गए, यूनिफाइड फॉरेंसिक डिवाइस, मोबाइल फॉरेंसिक किट डिटेक्शन, डिस्क स्टोरेज के लिए सिस्टम मौजूद है।
डिजिटल ट्रांजेक्शन में इजाफा हुआ है
गृह मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन में इजाफा हुआ है। वर्ष 2024 में करीब 20 लाख करोड़ का डिजिटल ट्रांजेक्शन हुआ। देश में इस समय 40 फीसदी से अधिक डिजिटल ट्रांजेक्शन हो रहा है। इसके साथ ही साइबर क्राइम में भी वृद्धि हुई है। इसके खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्रालय और स्थानीय पुलिस साइबर अपराध को लेकर अभियान चल रही है।