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0 स्थगन नामंजूर करने पर आसंदी के समक्ष नारेबाजी की
रायपुर। विधानसभा बजट सत्र में मंगलवार को विपक्षी कांग्रेस ने 40 टन धान को खुले बाजार में नीलामी के विरोध में सदन में जमकर हंगामा किया। कांग्रेस विधायकों ने इसे किसान विरोधी निर्णय बताया। इस पर काम रोक कर चर्चा कराने की मांग को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाया। स्थगन नामंजूर किए जाने के विरोध में कांग्रेस सदस्यों ने आसंदी के समक्ष नारेबाजी कर निलंबित होकर सदन से बाहर चले गए। 
इससे पहले प्रश्नकाल खत्म होते ही नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और 31 विधायकों ने स्थगन की सूचना दी। इसका उल्लेख करते हुए नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा कि इस साल 149 लाख टन धान खरीदा गया है। उसमें से 40 लाख टन धान को खुले बाजार नीलाम करने का निर्णय लिया गया है। पिछले समय 145 लाख टन धान खरीदा गया था, लेकिन नीलाम करने की जरूरत नहीं पड़ी। पंजाब में 172 लाख टन उपार्जित हुआ है। वहां का पूरा धान चावल केंद्र सरकार ले रही है, लेकिन डबल इंजन की सरकार छत्तीसगढ़ का धान नहीं ले रही है। राज्य सरकार केंद्र को यह बता नहीं पा रही है कि इससे कितना नुकसान होगा। हिसाब के मुताबिक 8 हजार करोड़ का नुकसान होगा, जो राज्य की आर्थिक स्थिति के लिए उचित नहीं है। राज्य सरकार केंद्र से पूरा चावल लेने के लिए दबाव बनाए। इसलिए स्थगन सूचना स्वीकार कर चर्चा कराई जाए। इस पर कांग्रेस के ही उमेश पटेल ने कहा कि यह मोदी की गारंटी वाली डबल इंजन की सरकार है। पूरा धान लेना चाहिए। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि स्थगन महत्वपूर्ण है। नीलामी बेहद दुर्भाग्यजनक है। केंद्रीय पूल में जमा नहीं किया जा रहा है। नीलामी से 8 हजार करोड़ का नुकसान होगा। यह सरकार के लिए बड़ी क्षति है। 
वहीं कांग्रेस सदस्य संगीता सिन्हा, द्वारिकाधीश यादव, ने भी स्थगन पर चर्चा की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने सभी की स्थगन सूचना को संयुक्त रूप से पढ़कर खाद्य मंत्री से जवाब मांगा। इस पर खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने सरकार की ओर जवाब दिया। इसके बाद स्पीकर डॉ. सिंह ने स्थगन नामंजूर कर दिया। इसका विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में सभी कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए आसंदी के सामने जा पहुंचे। इस पर डॉ. सिंह ने सभी कांग्रेस विधायकों के स्वमेव निलंबन की घोषणा करते हुए सभी बाहर जाने को कहा। सभी कांग्रेस सदस्यों के बाहर जाने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।