नई दिल्ली। आखिरकार देशभर में मानसून सक्रिय हो गया है। बीते कुछ दिनों से अलग-अलग हिस्सों में बारिश हो रही थी, अब एक साथ कई राज्यों में भारी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार अब दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र और गुजरात में तेज बारिश होगी। रविवार को हुई बारिश से गर्मी व उमस से राहत मिली है, लेकिन अब बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।
राजस्थान, बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र में मानसून सक्रिय है। झारखंड में आज भारी बारिश का अनुमान है। आज और कल झारखंड के उत्तर-पूर्वी तथा मध्य भाग में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। बिहार के कुछ इलाकों में नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। कोसी सीमांचल के कई जिलों में बाढ़ से नुकसान की खबर है। अररिया व किशनगंज में 40 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में है।
राजस्थान के कई शहरों में बारिश
रविवार काे राजस्थान के कई शहरों में अच्छी बारिश हुई। उदयपुर में करीब डेढ़ इंच पानी गिरा। भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ में भी अच्छी बारिश हुई। अगले 24 से 48 घंटे में राज्य के कई जिलों में भारी बारिश का अनुमान है।
दिल्ली में हल्की बारिश संभव
दिल्ली में आज बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश भी हो सकती है। 5 और 6 जुलाई को मध्यम से भारी बारिश संभव है। तापमान सामान्य रहेगा। अगले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा दिल्ली और जम्मू कश्मीर में छिटपुट बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
गुजरात में भारी वर्षा के आसार
गुजरात में बारिश का सिलसिला जारी है। अगले पांच दिनों तक राज्य के कुछ जिलों में भारी वर्षा के आसार हैं। मौसम विभाग ने बनासकांठा, साबरकांठा, डांग, तापी, पोरबंदर, अमरेली, द्वारका, गिर सोमनाथ, कच्छ में भारी बरसात की चेतावनी दी है। वहीं, वडोदरा, सूरत, नवसारी, वलसाड, भरूच, राजकोट, अमरेली, भावनगर, बोटाड, तापी में अगले पांच दिनों में भारी वर्षा का अनुमान है।
हिमाचल में भारी वर्षा से जनजीवन पर असर
हिमाचल प्रदेश में रविवार को बारिश से जनजीवन पर असर पड़ा। कई सड़कों पर यातायात ठप है। बिजली व जलआपूर्ति पर भी असर पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन तक राज्य के कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी रहेगा। कांगड़ा, डलहौजी, ऊना, बंगाणा, हमीरपुर, भोरंज, मंडी, सरकाघाट, सुंदरनगर, शिमला आदि शहरों में वर्षा होगी।
बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से ओडिशा के तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की उम्मीद है। इसके अलावा दक्षिण गुजरात से महाराष्ट्र के समुद्र तट तक एक द्रोणिका फैली हुई है। वह मानसून को गति देगी। इसके कारण हवा में नमी बढ़ने से आसपास के राज्यों में अच्छी वर्षा होगी।