0 इंदौर के पास खलघाट में हादसा, ओवरटेक करते समय पुल से नीचे जा गिरी बस
धार/धामनाेद। मध्यप्रदेश के धार जिले के खलघाट में सोमवार सुबह महाराष्ट्र रोडवेज की बस नर्मदा नदी में जा गिरी। इसमें 40 यात्री सवार थे। अब तक 12 लोगों के शव बरामद हुए हैं। बाकी लोगों की तलाश की जा रही है। हादसा सुबह 10 और 10.15 बजे के बीच हुआ।
बताया जा रहा है कि खलघाट में टू-लेन पुल पर एक वाहन को ओवरटेक करते समय बस बेकाबू हो गई। ड्राइवर ने संतुलन खो दिया और बस रेलिंग तोड़ते हुए नदी में जा गिरी। बस इंदौर से महाराष्ट्र के अमलनेर जा रही थी। इंदौर से घटनास्थल की दूरी करीब 90 किमी है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हादसे पर दो बयान दिए। पहले उन्होंने 15 यात्रियों को जिंदा बाहर निकालने का दावा किया। हालांकि, घटनास्थल पर मौजूद एम्बुलेंस के ड्राइवर ने बताया कि एक भी यात्री जीवित नहीं मिला है। इसके करीब दो घंटे बाद फिर गृहमंत्री ने बताया कि बस में 14 से 15 लोग ही सवार थे और किसी को भी बचाया नहीं जा सका। हालांकि, बस में कितने यात्री सवार थे? इसकी पुष्टि अब तक प्रशासन ने नहीं की है।
मृतकों के परिजनों मिलेंगे 16-16 लाखः पटेल
कृषि मंत्री एवं खरगोन के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खलघाट बस दुर्घटना को लेकर शाम को सोशल मीडिया पर अपडेट दिया। उन्होंने लिखा- ड्राइवर, कंडक्टर सहित 12 मृतकों के शव निकाले जा चुके हैं। मृतकों की पहचान में 7 लोग महाराष्ट्र, 4 लोग राजस्थान और 1 यात्री मध्यप्रदेश का है। मंत्री पटेल ने बताया कि प्रत्येक मृतक के परिजन को 16 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। जिसमें महाराष्ट्र सरकार के 10 लाख, मोदी सरकार के दो लाख और मध्यप्रदेश सरकार के 4-4 लाख रुपए शामिल है।
स्थानीय लोग आगे आए, शवों को निकाला
हादसे की जानकारी लगते ही खलघाट के स्थानीय लोगों ने सबसे पहले मदद की। जो फोटो और वीडियो सामने आए हैं, उनमें स्थानीय लोग शवों को खोजते दिखे। कुछ लोग अपनी नाव से शवों बाहर निकाल रहे थे। उधर, इंदौर और धार से NDRF की टीम मौके पर पहुंच गई है।
पीएम मोदी व सीएम चौहान ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए सहायता देने की घोषणा की है। घायलों को 50 हजार रुपए की मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। महाराष्ट्र की बस होने की वजह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घटना की जानकारी दी। महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए देने की घोषणा की है। इस तरह मृतकों के परिजनों को कुल 16-16 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी।
प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
धार संभागायुक्त डॉ. शर्मा के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा घटना के संबंध में सहायता एवं आवश्यक जानकारी के लिए हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किए गए हैं। हेल्पलाइन नंबर में SDM श्री नवजीवन विजय पवार 93293-01390, नायब तहसीलदार श्री केश्या सोलंकी 70004-02972 तथा CHC धामनोद 98265-52527 शामिल हैं। उक्त हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
हादसे में इन्होंने गंवाई जान
हादसे में जान गंवाने वाले 12 लोगों की पहचान हो गई है। 4 लोग राजस्थान, 1 इंदौर (मध्यप्रदेश) और बाकी महाराष्ट्र से हैं। शवों को धामनोद (धार, मध्यप्रदेश) के सरकारी अस्पताल में रखा गया है।
चेतन पिता राम गोपाल जांगिड़, नांगल कला गोविंदगढ़ (जयपुर - राजस्थान)
जगन्नाथ (70) पुत्र हेमराज जोशी, मल्हारगढ़ (उदयपुर - राजस्थान)
प्रकाश (40) पुत्र श्रवण चौधरी, शारदा कॉलोनी अमलनेर (जलगांव - महाराष्ट्र)
निंबाजी (60) पुत्र आनंदा पाटिल, निवासी पीलोदा अमलनेरगां (जलगांव - महाराष्ट्र)
चंद्रकांत (45) पुत्र एकनाथ पाटील, अमलनेर (जलगांव - महाराष्ट्र)
अरवा (27) पत्नी मुर्तजा बोरा, मूर्तिजापुर (अकोला - महाराष्ट्र)
सैफुद्दीन पुत्र अब्बास, नूरानी नगर (इंदौर - मध्यप्रदेश )
राजू पुत्र तुलसीराम मोर, रावतभाटा (चित्तौड़गढ़ - राजस्थान)
अविनाश पुत्र संजय परदेसी, पाटन सराय अमलनेर (जलगांव - महाराष्ट्र)
विशाल (33) पुत्र सतीश बहरे, विर्देल (धुले महाराष्ट्र)
रुखमणीबाई पत्नी नारायणलाल जोशी (उदयपुर- राजस्थान)
राजस्थान के 4 मृतकों में एक महिला और रेस्टोरेंट ऑनर
एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि राजस्थान के चार मृतकों में चेतनराम जांगिड़ (27) गोविंदगढ़ (जयपुर), जगन्नाथ जोशी (77) सराड़ा (उदयपुर), रुकमणी जोशी (65) ऋषभदेव (उदयपुर) और राजू मोर (44) रावतभाटा (चित्तौड़गढ़ ) का रहने वाला था।