Head Office

SAMVET SIKHAR BUILDING RAJBANDHA MAIDAN, RAIPUR 492001 - CHHATTISGARH

tranding

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर कड़ा हमला करते हुए आज कहा कि देश में लोकतंत्र की मौत हो रही है और राष्ट्र ने 70 साल में जो कुछ कमाया है वह इस सरकार के आठ साल के कार्यकाल में खत्म हो गया है।

श्री गांधी ने शुक्रवार सुबह यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आज लोकतंत्र की मौत हो रही है। देश ने 70 साल में जो कुछ बनाया था आठ साल में वह सब कुछ खत्म हो गया है। आज देश में लोकतंत्र नहीं है। सिर्फ चार लोगों की तानाशाही चल रही है। कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी और समाज को बांटने की कोशिश पर संसद और संसद से बाहर चर्चा करना चाहती है लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया जाता है और अगर बोलने का प्रयास करते हैं तो गिरफ्तार किया जाता है और यह देश के मौजूदा हालत की सच्चाई है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ ही समूचा विपक्ष न्यायिक संस्थाओं, मीडिया तथा दूसरी स्वतंत्र संस्थाओं के बारे में बोलना चाहता है क्योंकि इन संस्थाओं के बल पर ही विपक्ष जनता की बात सरकार से करता है लेकिन आज हालात बदल गए है। विपक्ष की बात दबा दी जाती है और जनता के लिए उनकी लड़ाई को कमजोर कर दिया जाता है क्योंकि आज आरएसएस का आदमी हर स्वतंत्र संस्था में बैठ गया है इसलिए विपक्ष की लड़ाई कठिन हो गई है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि देश मे जनहित के सभी संस्थानों पर एक विचारधारा का कब्जा हो गया है इसलिए लड़ाई अब राजनीतिक दल से नहीं , बल्कि दल को पोषित करने वाली विचारधारा से हो गया है। पहले दो राजनीतिक दलों के बीच लड़ाई होती थी लेकिन अब एक विचारधारा के कब्जे वाले राजनीतिक दल की सरकार के खिलाफ लड़ाई है।
श्री गांधी ने कहा कि महंगाई ने पूरे देश को बदहाल बना दिया है। जहां भी जाएंगे हर आदमी महंगाई के खिलाफ आग उगल रहा है। सरकार का स्टार्टअप जैसा आइडिया टाँय-टाँय हो चुका है और यह सिर्फ नारा बन कर रह गया है।

उन्होंने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि कोविड में देश की सरकार कहती रही है कि कोई इस महामारी से मरा नहीं है जबकि संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि हिंदुस्तान की सरकार झूठ बोल रही है। गुजरात में लाशों के ढेर लगे थे, गंगा नदी में लाखों शव तैर रहे थे लेकिन भारत की सरकार इसे गलत बताती रही।
श्री गांधी ने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई को लेकर भी सरकार इसी तरह का झूठ बोल रही है। अभूतपूर्व गति से बेरोजगारी बढ़ रही है लेकिन सरकार कहती है कि बेरोजगारी है ही नहीं। महंगाई बढ़ रही है लेकिन देश की वित्तमंत्री कहती हैं कि कहीं महंगाई ही नहीं है। श्री गांधी ने कहा कि पूरा ढांचा उनके पास है और वह उसे अपनी तरह से परिभाषित कर देश के लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वह सच बोलते हैं तो सरकार उनको निशाना बनाना शुरू कर देती है। उन्होंने कहा , "मैं जानता हूं कि मैं सच्चाई बोलूंगा तो उतना ही मुझ पर आक्रमण होगा लेकिन मैं रुकूंगा नहीं, मैं बेरोजगारी का, महंगाई का मुद्दा उठाता रहूंगा। मैं रुकूंगा नहीं। मैं यह भी जानता हूं कि जो धमकाता है वही डरता है। जनता से उन्होंने जो वादा किया था वे पूरे नहीं हुए हैं इसलिए वे जनता से डर रहे हैं। झूठ बोलते हैं और बराबर झूठ की इबारत बना रहे है इसलिए डर उनके अंदर घर कर चुका है।"
यह पूछने पर इस डर का वह मुकाबला कैसा करेंगे तो उन्होंने कहा "कहीं डर है नहीं। किसी चीज का डर ही नहीं है हम किसी से डरते ही नहीं है। मैं जनता के मुद्दे उठाता हूं। सामाजिक सौहार्द की बात करता हूं, महंगाई की बात बेरोजगारी की बात करता हूं तो मुझ पर आक्रमण होते हैं और उससे मुझे ही फायदा होता है मुझे खुशी होती है कि मुझे मेरी विचारों पर आक्रमण होता है और उसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलता है।"

कांग्रेस नेता ने कहा “सरकार सिर्फ़ कांग्रेस से ही नहीं बल्कि अन्य के साथ भी यही करती है। सरकार के खिलाफ जो भी बोलता है उस पर आरएसएस की विचारधारा के घेरे में आ चुकी हमारी संस्थाएं हमलावर हो जाती है। आरएसएस के लोगों से प्रभावित हमारी इन संस्थाओं का कड़ा हमला चारों तरफ से होता है लेकिन आरएसएस के खिलाफ लड़ना मेरा काम है और मैं यह लड़ाई लड़ता रहूंगा। देश में बेरोजगारी, महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा है और उसी को लेकर हम हल्ला बोल रहे हैं।”

यह पूछने पर कि सरकार उनकी नहीं सुनती है तो उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी और यदि एक तरीका सफल नहीं हुआ तो दूसरा तरीका अपनाएंगे लेकिन लड़ाई नहीं छोड़ेंगे। उनका कहना था कि जो लोगों को डराते हैं, चर्चा से पर विश्वास नहीं करते हैं, जनता के मुद्दों से भागते हैं वे लोग डरते हैं और वही चर्चा में हिस्सा नहीं लेते हैं। चर्चा से भागते हैं और यह सरकार इन मुद्दों पर संसद के भीतर या बाहर चर्चा नहीं होने देना चाहती है और विपक्ष की आवाज दबा रही है। उनका कहना था कि सरकार महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस ही नहीं बल्कि किसी भी दल के सामने चर्चा के लिए खड़ी नहीं हो सकती।

भाजपा लगातार चुनाव जीतने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि हिटलर भी चुनाव जीत जाता था। मशीनरी का इस्तेमाल कर चुनाव जीता जा रहा है और यह काम वह भी कर सकते हैं। उन्होंने मीडिया पर भी हमला किया और कहा कि मीडिया की हिम्मत नहीं है कि वह सच्चाई की लड़ाई में उनके साथ खड़ा हो। मीडिया सच्चाई की लड़ाई में उनके साथ खड़े होने की हिम्मत नहीं दिखा सकता है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में जो कुछ हो रहा है ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। देश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का आतंक फैल गया है। आश्चर्य की बात है कि जब देश की संसद चल रही है तो विपक्ष के नेता को पूछताछ के लिए बुलाया जाता है। यह देश के लोकतंत्र पर संकट है इसलिए जनता को कांग्रेस के साथ खड़ा होकर देश के लोकतंत्र को बचाना होगा। आज अगर चुप रहे तो इतिहास कभी माफ नहीं करेगा।