0 सभी पर छापेमारी से जुड़ी इंफॉर्मेशन लीक करने का आरोप
तिरुवनन्तपुरम। केरल में कम से कम 873 पुलिस कर्मी प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने केरल पुलिस चीफ को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है। अब राज्य के सब-इंस्पेक्टर (एसआई) और स्टेशन हेड ऑफिसर (एसएचओ) रैंक के अधिकारी और सिविल पुलिस कर्मी केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं। इन अफसरों के बैंक अकाउंट्स और पैसे के लेन-देन का ब्योरा जुटाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार एनआईए की लिस्ट में स्पेशल ब्रांच, इंटेलिजेंस, लॉ और ऑर्डर विंग से संबंधित कर्मी और केरल पुलिस के अधिकारियों के ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी शामिल हैं। आरोप है कि इन लोगों ने पुलिस की ओर से की गई छापेमारी सहित कई हम जानकारियां लीक की हैं।
फरवरी में कई पुलिस कर्मी हुए सस्पेंड
पिछली फरवरी में, थोडुपुझा में करीमन्नूर पुलिस स्टेशन से जुड़े एक सिविल पुलिस अधिकारी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं की जानकारी पीएफआई को लीक करने के लिए सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। इसी तरह के मामले में मुन्नार थाने में भी एक एसआई समेत तीन पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया था।
जांच एजेंसियों ने दो राउंड में 278 गिरफ्तारियां की थी
एनआईए व ईडी और राज्यों की पुलिस ने 22 और 27 सितंबर को पीएफआई और उससे जुड़े संगठनों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। 2 दिन के भीतर 278 गिरफ्तारियां हुईं। जांच एजेंसियों को पीएफआई के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। हालांकि, इस दौरान कई जगहों पर प्रदर्शन भी किए गए। सबसे ज्यादा प्रदर्शन केरल राज्य में हुआ।