अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों और राजनीतिक दलों पर कुत्सित राजनीति के वशीभूत होकर अयोध्या सहित आस्था के अन्य पवित्र स्थलों को उपेक्षित रखने और वीरान बनाने का आरोप लगाया है।
योगी ने रविवार को श्रीराम की नगरी अयोध्या में छठे दीपोत्सव के आयोजन के अवसर पर अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने कहा, “कभी राजनीति के लिए, कुछ लोगों ने अयोध्या को वीरान बना दिया था, मगर जिस नगरी को स्वयं प्रभु श्रीराम ने ‘सुहावनी’ बताया हो, वह लंबे समय तक भला वीरान कैसे रह सकती है।” उन्होंने कहा कि आज रामराज्य के संकल्प के महाउत्सव के रूप में दीपोत्सव मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर मौजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या के रामकथा पार्क में रूस सहित 08 देशों और देश के 100 राज्यों की रामलीला के भव्य मंचन के बाद भगवान श्रीराम का प्रतीकाात्मक राज्याभिषेक किया। योगी ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कभी त्रेता युग में दीपावली का आयोजन अयोध्या वासियों ने भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के उपरांत जिस उत्साह और उमंग के साथ आयोजित किया था, आज वह उत्साह पूरे देश में रौशनी के पर्व दीपावली के रूप में दिखायी देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम सब जानते हैं कि अयोध्या को कुछ लोगों ने अपनी कुत्सित राजनीति के लिए वीरान बना दिया था, लेकिन जिस अयोध्या के बारे में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने स्वयं इस बात को कहा हो कि ‘जन्मभूमि मम पुरी सुहावनि, उत्तर दिश बह सरयू पावनी’, आखिर वह अयोध्या वीरान कैसे हो सकती थी। आज से 6 साल पहले प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और उनकी प्रेरणा से अयोध्या के दीपोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसके लिए हमें पूज्य संतों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। अयोध्यावासी और पूरा प्रदेश इस दीपोत्सव के साथ जुड़ता गया और आज ये देश का एक बड़ा उत्सव बन चुका है”
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी, प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, राज्य के दोनों उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक एवं केशव प्रसाद मौर्य सहित प्रदेश के अन्य मंत्री, श्री राम जन्मभूमि तीथ क्षेत्र न्यास के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में साधु संतगण मौजूद थे।