
0 कहा था- वोटर लिस्ट गड़बड़ी कांग्रेस की नाकामी
0 भाजपा बोली- राहुल सच का सामना नहीं कर पाते
बेंगलुरू। कर्नाटक के सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने सोमवार को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें वोटर लिस्ट में गड़बड़ी पर अपनी ही पार्टी को घेरने वाले बयान के बाद पद छोड़ने को कहा था।
राजन्ना का इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों के आरोप लगाए हैं। दिल्ली में विपक्ष के 300 सांसदों ने संसद से चुनाव आयोग के ऑफिस तक मार्च निकाला।
राजन्ना ने रविवार को अपनी ही पार्टी पर आरोप लगाते हुए तुमकुरु में पत्रकारों से कहा कि मतदाता सूची तब बनाई गई थी, जब कर्नाटक में पार्टी सत्ता में थी। तब उन्होंने इस पर आंखे क्यों मूंद लीं। अगर हमारी आंखों के सामने गड़बड़ियां हुईं और हमने तब आपत्ति नहीं जताई, तो आज शिकायत करने का क्या औचित्य है। उन्होंने कहा था कि एक व्यक्ति का नाम तीन जगह दर्ज था और कम आबादी वाले इलाकों में संदिग्ध नाम जोड़े गए। ये सब हमारी आंखों के सामने हुआ, लेकिन निगरानी नहीं की गई। ये पार्टी की नाकामी है।
उधर, राजन्ना ने पहले इस्तीफे से इनकार करते हुए कहा था, 'मैं मुख्यमंत्री से चर्चा करूंगा, तब तक कुछ नहीं कहूंगा। सिर्फ कहने पर मैं इस्तीफा क्यों दूं।' इस बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि राहुल बिना सबूत चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हैं और राजनीतिक नाटक करते हैं।
राहुल ने बेंगलुरु में 'वोट अधिकार रैली' की
इससे पहले 8 अगस्त को राहुल ने कर्नाटक के बेंगलुरु में फ्रीडम पार्क में आयोजित कांग्रेस की 'वोट अधिकार रैली' की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार 25 सीट के मार्जिन से प्रधानमंत्री बने हैं। 25 सीट ऐसी हैं, जिन्हें भाजपा ने 35 हजार या कम वोट से जीतीं। अगर हमें इलेक्ट्रानिक डेटा मिल जाए तो हम साबित कर देंगे कि मोदी चोरी करके प्रधानमंत्री बने हैं। राहुल ने कहा कि चुनाव आयोग को पिछले 10 साल की देश की सारी इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट और वीडियोग्राफी देनी चाहिए। ये सब नहीं देंगे तो क्राइम है। भाजपा को चुनाव चोरी करने दे रहे हैं। पूरे देश को चुनाव आयोग से वोटर्स का डेटा मांगना चाहिए।'