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0  प्रोटोकॉल रिहर्सल पूरी, 400 टैक्सी बुक, 600 वीआईपी आएंगे
0 एयरपोर्ट का अराइवल गेट 3 दिनों के लिए बंद
0 सम्मेलन का विषय: 'विकसित भारत: सुरक्षा आयाम'
0 सम्मेलन में अब तक की प्रमुख पुलिस चुनौतियों से निपटने में हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी
0 'सुरक्षित भारत' के निर्माण के लिए एक दूरदर्शी रोडमैप तैयार की जाएगी
0 वामपंथी उग्रवाद, आतंकवाद का मुकाबला, आपदा प्रबंधन, महिला सुरक्षा और पुलिसिंग में फोरेंसिक विज्ञान तथा एआई के उपयोग जैसे मुद्दों पर प्रमुखता से चर्चा की जाएगी
0 प्रधानमंत्री विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक भी प्रदान करेंगे
रायपुर। नवा रायपुर स्थित आईआईएम परिसर में 28 से 30 नवंबर तक 60वां अखिल भारतीय डीजीपी-आईजी सम्मेलन होगा। सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। देश भर के लगभग 600 ऑफिसर और वीआईपी कार्यक्रम में शामिल होंगे।
सम्मेलन का उद्देश्य अब तक प्रमुख पुलिस चुनौतियों से निपटने में हुई प्रगति की समीक्षा करना और 'विकसित भारत' के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के अनुरूप 'सुरक्षित भारत' के निर्माण के लिए एक दूरदर्शी रोडमैप की रूपरेखा तैयार करना है।
'विकसित भारत: सुरक्षा आयाम' विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में वामपंथी उग्रवाद, आतंकवाद निरोध, आपदा प्रबंधन, महिला सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था में फोरेंसिक विज्ञान एवं एआई के उपयोग जैसे प्रमुख सुरक्षा मुद्दों पर विस्तृत चर्चा होगी। प्रधानमंत्री विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक भी प्रदान करेंगे।
यह सम्मेलन देश भर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा प्रशासकों को राष्ट्रीय सुरक्षा के विविध मुद्दों पर खुले और सार्थक विचार-विमर्श के लिए एक महत्वपूर्ण संवादात्मक मंच प्रदान करता है। यह पुलिस बलों के सामने आने वाली परिचालन, अवसंरचनात्मक और कल्याण संबंधी चुनौतियों पर चर्चा के साथ-साथ अपराध से निपटने, कानून-व्यवस्था बनाए रखने और आंतरिक सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए पेशेवर प्रथाओं के निर्माण और साझाकरण को भी सुगम बनाता है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस वार्षिक सम्मेलन में निरंतर गहरी रुचि दिखाई है, और स्पष्ट चर्चाओं को प्रोत्साहित किया है। उन्‍होंने एक ऐसा माहौल तैयार किया है जहां पुलिस व्यवस्था पर नए विचार उभर सकें। व्यावसायिक सत्र, विस्तृत बातचीत और विषयगत चर्चाएं प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण आंतरिक सुरक्षा और नीतिगत मामलों पर सीधे प्रधानमंत्री के साथ अपने विचार साझा करने का अवसर प्रदान करती हैं।
वर्ष 2014 से प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में इस सम्मेलन के स्वरूप में निरंतर सुधार हुआ है, जिसमें देश भर के विभिन्न स्थानों पर इसका आयोजन भी शामिल है। यह सम्मेलन गुवाहाटी (असम), कच्छ के रण (गुजरात), हैदराबाद (तेलंगाना), टेकनपुर (ग्वालियर, मध्य प्रदेश), स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (केवड़िया, गुजरात), पुणे (महाराष्ट्र), लखनऊ (उत्तर प्रदेश), नई दिल्ली, जयपुर (राजस्थान) और भुवनेश्वर (ओडिशा) में आयोजित किया जा चुका है। इसी परंपरा को जारी रखते हुए, इस वर्ष 60वां पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक सम्मेलन रायपुर, छत्तीसगढ़ में आयोजित किया जा रहा है।
इस सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृह राज्य मंत्री, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुख भाग लेंगे। नए और अभिनव विचारों को सामने लाने के लिए, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के गृह विभाग के प्रमुख और डीआईजी तथा एसपी स्तर के कुछ चुनिंदा पुलिस अधिकारी भी इस वर्ष सम्मेलन में भाग लेंगे।

विशेष विमान से रात में पहुंचे शाह
अमित शाह गुरुवार रात विशेष विमान से रायपुर पहुंचे। वहीं पीएम मोदी 28 नवंबर को रायपुर आएंगे। पीएम को नए स्पीकर हाउस एम-1 में ठहराया जाएगा, जबकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शा​ह वित्त मंत्री आवास एम-11 में ठहरेंगे। सुरक्षा के नजरिए से माना एयरपोर्ट का अराइवल गेट 3 दिन तक आम यात्रियों के लिए बंद किया गया है। यात्रियों से गेट-2 का उपयोग करने की अपील की गई है। अधिकारियों का भी रायपुर पहुंचना शुरू हो चुका है। इनके लिए 400 के ज्यादा प्राइवेट गाड़ियां बुक की गई हैं। गाड़ी कम पड़ने पर बड़ी संख्या में महाराष्ट्र पासिंग टैक्सी बुलाई गई है। वहीं प्रोटोकॉल के तहत 2 दिन तक होने वाली रिहर्सल भी गुरुवार को पूरी कर ली गई है।

सम्मेलन में सभी राज्य प्रजेंटेशन देंगे
सम्मेलन में सभी राज्य अपराध नियंत्रण संबंधी प्रयासों पर प्रेजेंटेशन देंगे। एक मॉडल स्टेट चुनकर कॉमन गाइडलाइन जारी हो सकेगी। पिछले साल 2024 में डीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस ओडिशा के भुवनेश्वर में हुआ था। इसमें पीएम मोदी ने हिस्सा लिया था। छत्तीसगढ़ पहली बार इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी कर रहा है, जो राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

डीजीपी और आईजी को सुरक्षा की कमान
डीजीपी-आईजी सम्मेलन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य की जिम्मेदारी एडीजी दीपांशु काबरा, आईजी अमरेश मिश्रा को सौंपी गई है। वहीं राज्य पुलिस के साथ ही केंद्रीय फोर्स, इंटेलिजेंस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ कॉर्डिनेशन करेंगे। साथ ही पूरी व्यवस्था को संभालेंगे। बता दें कि डीजीपी-आईजी कान्फ्रेंस में देशभर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के 2 प्रमुख प्रतिनिधि (डीजीपी-आईजी) शामिल होंगे।

आईजी छाबड़ा, ओपी, ध्रुव को यह जिम्मा
सभी अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। आईजी छाबड़ा को भोजन व्यवस्था, ओपी पाल को आवास, ध्रुव गुप्ता को कंट्रोल रूम और अन्य अधिकारियों को परिवहन और अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी दी गई है। वीआईपी जहां भी ठहरेंगे, वहां कमांडेंट या एसपी रैंक के अधिकारियों को सुरक्षा प्रभारी बनाया गया है। 3 शिफ्ट में अधिकारियों की ड्यूटी रहेगी। आईआईएम में आईजी रैंक के अधिकारी तैनात रहेंगे।

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