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0 तमिलनाडु समेत कई राज्यों में अलर्ट जारी
 
चेन्नई। द्वीपीय देश श्रीलंका इस समय साइक्लोन दितवा की मार झेल रहा है। इस भीषण चक्रवाती तूफान ने वहां भारी तबाही मचाई है और अब यह धीरे-धीरे भारत की ओर बढ़ रहा है, जिससे दक्षिण भारत में अलर्ट की स्थिति बन गई है। श्रीलंका में इस तूफान के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है और कई क्षेत्रों में गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।

श्रीलंका में भारी तबाही और जनहानि
अब तक श्रीलंका में इस तूफान से 46 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 23 लोग अभी भी लापता हैं। बचाव दल लगातार राहत और खोज अभियान चला रहे हैं, लेकिन कई इलाकों में पहुंचना बेहद मुश्किल हो रहा है। चक्रवात दितवाह के कारण पिछले 24 घंटों में 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएँ बढ़ गईं। तूफान ने खासकर देश के पूर्वी और मध्य हिस्सों को बुरी तरह प्रभावित किया है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन से सड़कें ब्लॉक हो गई हैं और कई गांवों तक पहुंचना संभव नहीं है। श्रीलंका के डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर ने बताया कि लगभग 44 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। इन लोगों को स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थलों में बनाये गये शेल्टरों में रखा गया है।

राहत और बचाव कार्य में कठिनाइयाँ
इमरजेंसी ऑपरेशन डायरेक्टर ब्रिगेडियर एस. धर्मविक्रमा ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य लगातार जारी है, लेकिन भूस्खलन के कारण कई सड़कें बंद हैं, जिससे टीमों को दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालना है, लेकिन कुछ इलाकों तक पहुंचना बेहद चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। भारी बारिश और तूफान के कारण श्रीलंका के कई हिस्सों में जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं, ट्रेन सेवाएँ रोक दी गई हैं और कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज ने भी समय से पहले ट्रेडिंग रोकने की घोषणा की है।

हवाई सेवाओं पर भी असर
साइक्लोन दितवाह का असर श्रीलंका की हवाई सेवाओं पर भी देखा गया है। पोर्ट्स और सिविल एविएशन मंत्री अनुरा करुणाथिलके ने बताया कि यदि मौसम और खराब होता है तो श्रीलंका अपने मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ानों को दक्षिण भारत के त्रिवेंद्रम या कोच्चि एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर सकता है। इससे पहले कई फ्लाइट्स जैसे मस्कट, दुबई, नई दिल्ली और बैंकॉक से आने वाली उड़ानों को खराब मौसम के कारण अन्य हवाईअड्डों पर भेजा गया था। टीआईएएल ने बताया कि मलेशिया और भारत समेत मध्य पूर्व से आने वाली पांच उड़ानों को कोलंबो एयरपोर्ट पर लैंड न कराकर दूसरे एयरपोर्ट पर डायवर्ट किया गया।

भारत की ओर बढ़ रहा है चक्रवात
बंगाल की खाड़ी में बना दितवाह तूफान श्रीलंका में तबाही मचाने के बाद अब भारत की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने इसके लिए प्री-साइक्लोन अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग के अनुसार अगले 12 घंटों में यह तूफान और तेज हो सकता है। इसकी दिशा उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी, दक्षिण आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल की ओर है। इन राज्यों में 30 नवंबर तक मौसम अत्यधिक खराब रहने की आशंका व्यक्त की गई है। तटीय इलाकों में तेज हवाएं, भारी बारिश और समुद्र में ऊँची लहरें उठने की संभावना है।

तटीय राज्यों में अलर्ट और तैयारी
तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल के तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। समुद्र में उठने वाली खतरनाक लहरें मछली पकड़ने वाली नौकाओं के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं। प्रशासन ने तटीय इलाकों में लगातार निगरानी बढ़ा दी है और जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि यदि आवश्यक हो तो तटीय गांवों को खाली कराया जाए। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि चक्रवात की वजह से कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है और पेड़ गिरने जैसी घटनाएँ भी बढ़ सकती हैं। राज्यों को बिजली विभाग, स्वास्थ्य विभाग और राहत एजेंसियों को तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। साइक्लोन दितवाह फिलहाल श्रीलंका में भारी तबाही मचा चुका है और अब भारत की ओर बढ़ रहा है। इस तूफान ने जहां श्रीलंका में जन-जीवन को संकट में डाल दिया है, वहीं भारत के दक्षिणी राज्यों के लिए भी बड़ा खतरा बन सकता है। मौसम विभाग के अलर्ट के बाद राज्यों ने तैयारी शुरू कर दी है। आने वाले दो दिनों में इसकी दिशा और गति भारत के लिए परिस्थितियाँ तय करेगी। फिलहाल तटीय राज्यों को सतर्क रहने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।

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