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कब है मासी मगम, जानें, पूजा की तिथि, शुभ मुहूर्त और तिथि
हर वर्ष हिंदी के माघ महीने की पूर्णिमा तिथि को मासी मगम मनाया जाता है। इस प्रकार, वर्ष 2022 में पूर्णिमा तिथि यानी 16 फरवरी को मासी मगम है।
कब है माघी पूर्णिमा व्रत, जानें-सत्य नारायण की कथा और पूजा विधि
हिंदी पंचांग के अनुसार, वर्ष के हर महीने में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के अगले दिन पूर्णिमा मनाई जाती है।
बसंत पंचमी : प्रकृति का इकलौता पर्व बसंत है
यदि ऋतुओं का राजा वसंत है तो वसंत पंचमी ज्ञान की अधिष्ठात्री मां शारदा का अवतरण पर्व,निसर्ग की शोभा का दृश्य प्रवक्ता और निराला जैसे पतझर जीकर वसंत गाने वाले महाप्राण का स्मृति उत्सव है।
गुप्त नवरात्रि में करें दश महाविद्याओं का इन मंत्रों से पूजन, होगा सर्वदुख निवारण
माघ माह की गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 2 फरवरी से हो रही है। जिसका समापन 11 फरवरी होगा।
पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए मौनी अमावस्या को करें ये उपाय
सनातन धर्म में अमावस्या के दिन पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध कर्म आदि करने का विधान है। इस वर्ष मौनी यानी माघ अमावस्या 1 फरवरी को है।
आज है वर्ष की पहली कालाष्टमी, जानें-भैरव देव की पूजा का मुहूर्त, विधि एवं महत्व
25 जनवरी को कालाष्टमी है। इस दिन भगवान शिव जी के काल स्वरूप भैरव देव और आदि शक्ति की पूजा-उपासना की जाती है।
शुभ कार्य के पहले क्यों करते हैं गणेश पूजन
सनातन धर्म में भगवान श्री गणेश की सबसे पहले पूजा की जाती है। आसान शब्दों में कहें तो किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत श्री गणेशाय नम: से होती है। तत्पश्चात, सभी देवी-देवताओं की पूजा करने का विधान है।
माघ महीने में करें ये चार उपाय, दूर होगा दुर्भाग्य और खुल जाएगा भाग्य
स्वास्थ्य लाभ और पुण्य प्राप्ति के लिए माघ का महीना बहुत ही उत्तम माना गया है। यह पवित्र महीना देवी-देवताओं के निमित्त पूजा-पाठ के लिए सर्वश्रेष्ठ है।
सकट चौथ पर करें ये उपाय गणेश जी होंगे प्रसन्न
भगवान गणेश जी की कृपा पाने के लिए रोजाना दूर्वा भेंट करें। एक चीज ध्यान रखें कि दूर्वा हमेशा गणेश जी के मस्तक पर अर्पित करें। वहीं दूर्वा अर्पण करते समय 'इदं दुर्वादलं ? गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें।
माघ माह में करें मां गंगा के इस स्तोत्र का पाठ, होगा समस्त पापों का नाश
पुराणों में माघ माह को अत्यंत पवित्र और मोक्षदायक कहा गया है। माघ माह में गंगा स्नान कर मां गंगा की स्तुति और इस स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। शंकराचार्य रचित यह गंगा स्तोत्र पापनाशक और मोक्षदायक है।