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नवरात्र का पहला दिन, ऐसे करें देवी शैलपुत्री की पूजा, ये है पूजन विधि
नौदिनों तक चलने वाले नवरात्रि में पहले दिन मां दुर्गा के स्वरूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है। नवदुर्गाओं में प्रथम शैलपुत्री का महत्व और शक्तियां अनंत है. मां दुर्गा के पहले स्वरूप की पूजा अगर पूरे विधि विधान से करने पर दोगुना फल मिलता है. महिलाओं के लिए
कब है राम नवमीं? जानिए डेट शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ नवरात्रि की शुरुआत हो रही है।
भौम प्रदोष व्रत आज, कर्ज मुक्ति के लिए इस मुहूर्त में करें शिव जी पूजा, जानिए पूजा विधि
पंचांग के अनुसार, हर माह त्रयोदशी तिथि के दोनों पक्षों में प्रदोष व्रत रखा जाता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती हैं।
घर में है शालिग्राम तो जरूर ध्यान रखें ये बातें, वरना श्री हरि हो जाएंगे रुष्ट
शालिग्राम अधिकतर घरों में रखकर पूजे जाते हैं। शालिग्राम काले रंग के गोल चिकने पत्थर के रूप में होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, जिस प्रकार से भगवान शिव का उनके निराकार रूप शिवलिंग को माना जाता है।
एक बार फिर आए ऋषभ युग
भगवान ऋषभदेव जैन धर्म एवं वर्तमान अवसर्पिणी काल के प्रथम तीर्थंकर हैं। तीर्थंकर का अर्थ होता है-जो तीर्थ की रचना करें। जो संसार सागर यानी जन्म मरण के चक्र से मुक्ति दिलाकर मोक्ष प्रदत्त करें।
28 मार्च को पापमोचनी एकादशी जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
एकादशी का काफी अधिक महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में 24 एकादशी पड़ती है।
शीतला अष्टमी 25 को जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि व महत्व
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को शीतला अष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। शीतला अष्टमी को बसोड़ा के नाम से भी जानते हैं। शीतला अष्टमी होली के आठ दिन बाद मनाई जाती है।
अलौकिक साधना एवं सृजन वाली विलक्षण साधिका
जैन परंपरा के सबसे छोटे आम्नाय तेरापंथ धर्मसंघ की वयोवृद्ध तेजस्वी साधिका, प्रखर साहित्यकार-लेखिका, साध्वी समुदाय की प्रमुखा, शासनमाता साध्वीप्रमुखा कनकप्रभाजी का आज 17 मार्च 2022 को प्रात: 8 बजकर 45 मिनट पर सल्लेखनापूर्वक समाधिमरण हो गया! एक दिव्य रोशनी
आमलकी एकादशी पर जरूर करें ये उपाय हमेशा बनी रहेगी भगवान विष्णु की कृपा
फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के साथ सोमवार का दिन है। हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास की एकादशी का काफी अधिक महत्व है।
गलत तरीके से कमाया पैसा सिर्फ इतने दिन ही रहता है साथ, ऐसे हो जाएगा खर्च
आचार्य चाणक्य राजनीति और अर्थशास्त्र के ज्ञाता माने जाते थे। वह एक ऐसे विद्वान थे जिन्होंने मनुष्यों को सफल जीवन जीने के लिए विभिन्न तरीके नीति शास्त्र में बताए हैं।