नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) में तेजी से प्रगति हो रही है। दोनों देशों के बीच समझौते का मकसद द्विपक्षीय व्यापार तथा निवेश को गति देना है। गोयल ने कहा कि भारत ने संयुक्त अरब अमीरात के साथ 'रिकार्ड' समय में व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए और अब ब्रिटेन के साथ इस बारे में बातचीत तेजी से आगे बढ़ रही है।
इस प्रकार के समझौते में दो या दो से अधिक देश आपसी व्यापार में शामिल ज्यादातर वस्तुओं पर सीमा शुल्क में कमी लाते हैं या उसे समाप्त करते हैं। इसके अलावा व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए नियमों को उदार बनाया जाता है।
भारत और ब्रिटेन ने जनवरी में एफटीए पर औपचारिक बातचीत शुरू की थी। दोनों देशों ने इसे दिवाली तक निष्कर्ष पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। गोयल ने व्यापारी उद्यमी सम्मेलन में कहा कि भारत कनाड़ा, यूरोपीय यूनियन और इजराइल के साथ भी इसी तरह के समझौते पर बातचीत कर रहा है। कई अन्य देशों ने भारत के साथ व्यापार समझौतों पर बातचीत करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है
सरकार अनुपालन बोझ कम करने के लिए उठा रही कदम
उन्होंने कहा कि खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी), यूरेशियाई आर्थिक संघ (ईएईयू) और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) इन समझौतों पर बातचीत करना चाहते हैं। हालांकि गोयल ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि वह एक साथ कई देशों से मुक्त व्यापार समझौतों पर बातचीत कर सके। उन्होंने घरेलू कारोबारियों से उत्पादों की गुणवत्ता पर ध्यान देने और मिलकर काम करने को कहा। गोयल ने कहा कि सरकार अनुपालन बोझ कम करने के लिए कदम उठा रही है। अनुपालन बोझ कम करने के लिए करीब 30,000 नियमों को या तो सरल किया गया है या उन्हें समाप्त कर दिया गया है।