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भाद्रपद मास की संकष्टी चतुर्थी व्रत की तिथि, मुहूर्त और संकट हरण मंत्र
भाद्रपद मास को भादो के नाम से भी जाना जाता है।
भाद्रपद मास में न करें ये वर्जित कार्य स्वास्थ्य की दृष्टि से हैं नुकसानदायक
भाद्रपद मास या भादौ की शुरूआत होगी। भाद्रपद मास हिंदी पंचांग का छठवां महीना है।
भौतिक जीवन में यंत्र जहां से काम करना छोड़ देते हैं वहां से मंत्रों की शक्ति काम करना प्रारंभ करती है
अहमदाबाद। वर्तमान में बढ़ रहे भौतिकवाद, यंत्रवाद आदि में भी मंत्रों की शक्ति तो कुछ अनोखी ही है। जहां विज्ञान और उसके यंत्र काम करना छोड़ते हैं
इमारत बनने के बाद उसकी सुंदरता निहारने लोग दूर-दूर से आते हैं पर नींव डालते समय कुछ लोग ही रहते हैं
अहमदाबाद। सबके जीवन में कुछ दिन खास होते है। किसी को भी अपना जन्मदिन विशेष आनंद की अनुभूति करवाता है। उनमें से कुछ विरल और महान व्यक्ति ही ऐसे होते है जिनके जन्म से जन्मदिन से समस्त विश्व के जीवों को शाता, समाधि, आनंद की अनुभूति हो। तीर्थंकर परमात्मा के ज
25 को है कजरी तीज का व्रत, जानिए तिथि, मुहूर्त और पूजन विधि
कजरी तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं अखण्ड़ सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखती हैं।
व्यक्ति अपने विचार, आचार व चिंतन से बहुत बड़ी क्रांति ला सकता है
अहमदाबाद। कोई भी व्यक्ति अपने कार्यों से महान बनता है। अपने विचारों से, आचार से, चिंतन से व्यक्ति बहुत बड़ी क्रांति ला सकता है। ऐसे महान सत्वशाली, शक्तिशाली, क्रांतिकारी पुरूष व्यक्तियों को सब सदैव याद करते है। ऐसे ही ेक सत्वशाली महापुरूष की पुण्यतिथि का
जानिये सावन के आखिरी शुक्रवार को माता वरलक्ष्मी की पूजा विधि और पूजा सामग्री
सावन मास समाप्त होने वाला है। सावन मास में हिंदू धर्म के कई प्रमुख पर्व मनाएं जाते हैं।
दूसरों की निंदा करने से जीभ खराब होती है जबकि दूसरों के गुणगान से आत्मा निर्मल और विशुद्ध बनती है
अहमदाबाद। एक ग्राहक दुकान पर जाकर अपनी मनपसंद चीज का भाव पूछा रहा था लेकिन दुकानवाले ने थोड़ी रक-झक की तो वह ग्राहक चला गया।
सुख, शांति और सौभाग्य के लिए महत्वपूर्ण है शुक्र प्रदोष व्रत, होगी शिव कृपा
सावन मास का आखिरी प्रदोष व्रत आ रहा है। यह शुक्रवार के दिन पड़ रहा है, इसलिए यह शुक्र प्रदोष व्रत है।
क्या है पुत्रदा एकादशी की पूजा विधि? नि:संतान दंपत्ति के लिए क्यों जरूरी है यह व्रत
पुत्रदा एकादशी सावन मास के शुक्ल पक्ष के ग्यारवें तिथि को पड़ती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि विधान से किया जाता है।