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बालिकाओं को सशक्त बनाना एक सुदृढ़ वैज्ञानिक नेतृत्व का विकास करना है
इस वर्ष हमने राष्ट्रीय बालिका दिवस बिल्कुल ही अलग माहौल में मनाया। महामारी ने बुनियादी सेवाओं के नए तौर-तरीके से लेकर शिक्षा के नए मॉडल तक लोगों के जीवन को पूरी तरह बदल दिया।
राष्ट्रीय उजालों का स्वागत ही गणतंत्र दिवस का संकल्प
इक्कहतर वर्षों के बाद आज हमारा गणतंत्र कितनी ही कंटीली झाडिय़ों से बाहर निकलकर अपनी गौरवमय उपस्थिति का अहसास करा रहा है।
रक्षा क्षेत्र में बढ़ती भारत की आत्मनिर्भरता हमारे सैन्य बलों को और सशक्त बनाएगी
देशी 'भारत ड्रोनÓ जो पूर्वी लद्दाख के पास एलएसी की निगरानी के लिए रखा जा रहा है उसे राडार की पकड़ में लाना असंभव है।
इच्छाओं से भी कीजिए संवाद
च्छा की जन्म स्थली मन है। मन ही मनुष्य को पशु-पक्षियों से भिन्न करता है। इच्छा हमेशा लोभ के मार्ग पर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करती है, इसीलिए कहा गया हैं -लोभ पाप का मूल है क्योंकि इसी के वशीभूत होकर इंसान से अनुचित, गैर सैद्धान्तिक और अन्याय पूर्ण का
उजालों पर कालिख पोतने का 'तांडवÓ
देश में लगातार हिन्दू धर्म एवं उसके देवताओं का उपहास उडाया जाता रहा है, जबकि दूसरे धर्म एवं उनके देवताओं के साथ ऐसा होने पर उसे लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन करार दिया गया, यह विरोधाभास एवं विडम्बना आखिर हिन्दू समाज कब तक झेले? एक बार फिर वेब सीरीज तांडव मे
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह : यातायात नियमों के प्रति जनजागरूकता अभियान
यातायात नियमों के पालन के लिए जनजागरूकता लाने के उद्देश्य से यातायात पुलिस रायपुर द्वारा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
गिरती राजनीति: आत्म आंकलन की आवश्यकता
हमारे देश के लोकतंत्र मै उल्लेखानुसार,बहुमत के आधार पर सरकारों का बनना वा सदन में बहुमत के आधार पर बिलो का पास होना।
राजनीति में स्वार्थ नहीं, श्रेष्ठ मूल्य आएं
लोकतंत्र के रूप में दुनिया में सबसे अधिक सशक्त माने जाने वाले एवं सराहे जाने वाले अमेरिका की ताजा घटनाक्रम के बाद भारत के लोकतंत्र को दुनिया अचंभे की तरह देख रही है।
देश में सख्त सेंसर बोर्ड की आवश्यकता
हमारा देश भारत- स्वतंत्रता के पहले ही अपने देश की अस्मिता एवं पहचान बहुत हद तक खो चुका था।
बेहद जरूरी है खूनी एवं त्रासद सड़कों से सुरक्षा
भारत का सड़क यातायात तमाम विकास की उपलब्धियों एवं प्रयत्नों के असुरक्षित एवं जानलेवा बना हुआ है, सुविधा की खूनी एवं हादसे की सड़कें नित-नयी त्रासदियों की गवाह बन रही है।