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आज है आषाढ़ पूर्णिमा, जानें शुभ मुहूर्त, विशेष योग एवं महत्व
आषाढ़ मास की पूर्णिमा इस वर्ष 24 जुलाई दिन शनिवार को है। आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही वेद व्यास जी का जन्म हुआ था।

चातुर्मासिक पर्व के लिए पूर्व तैयारी के रूप में धर्म भावना को दृढ़ बनाना है
अहमदाबाद। कल्याणकारी एवं आनंदकारी चातुर्मासिक पर्व नजदीक आ रहा है। कोई भी व्यक्ति बहार गांव जाये, गृह प्रवेश का कार्यक्रम है

पुत्र, सौभाग्य और संपदा के लिए रखें कोकिला पूर्णिमा व्रत
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को कोकिला पूर्णिमा का व्रत रखा जाता है। इस वर्ष कोकिला पूर्णिमा व्रत 23 जुलाई दिन शुक्रवार को है। इस दिन मां दुर्गा की कोयल स्वरुप में आराधना की जाती है।

गुरु-शिष्य संबंधों की संस्कृति के बदलते मायने
भारतीय संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है, यह अध्यात्म-जगत का महत्वपूर्ण उत्सव है, इसे अध्यात्म जगत की बड़ी घटना के रूप में जाना जाता है। पर्वों, त्यौहारों और संस्कारों की भारतभूमि में गुरु का स्थान सर्वोपरि माना गया है।

भगवान गणेश जी का नाम लंबोदर क्यों पड़ गया
भगवान गणेश जी की पूजा से व्यक्ति के सभी दुखों का अंत हो जाता है। इसलिए भक्त इनकी पूजा विधि-विधान से करता है। भक्तों का ख्याल रखने की वजह से इनके बहुत सारे नामकरण हुए हैं। इन्हीं में से एक नाम लंबोदर है।

चातुर्मास पर्व के लिए आराधना करने अपने मन को तैयार करना है
अहमदाबाद। आराधना करने का मौसम नजदीक आ रहा है। चातुर्मास पर्व का काउंटडाउन शुरू हो चुका है।

चार महीने क्यों बंद होने वाले हैं शुभ कार्य
आषाढ़ शुक्ल एकादशी को देवशयनी एकादशी मनाई जाती है. इस एकादशी से अगले चार माह तक श्रीहरि विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं.

भारतीय संस्कृति में माता-पिता की सेवा को मुख्य स्थान दिया गया है
अहमदाबाद। सदाचार और परोपकार की परंपरा से सुभोभित ऐसी भारतीय संस्कृति में माता-पिता की सेवा को मुख्य स्थान दिया गया है।

चातुर्मास के नियमों का पालन करें पापों का होगा जाएगा विनाश
पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी से चतुर्मास का प्रारंभ होता है। इसी एकादशी को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है।